Delhi Violence: अलका लांबा के चार सवाल, पूछा- मुस्लिम को देश छोड़ कर चला जाना चाहिए?
By रामदीप मिश्रा | Updated: March 1, 2020 14:16 IST2020-03-01T14:16:11+5:302020-03-01T14:16:11+5:30
उत्तरपूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार में हिंसा में 42 लोगों की मौत हुई है और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। बड़ी संख्या में संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।

अलका लांबा (फाइल फोटो)
सांप्रदायिक दंगों से प्रभावित हुई उत्तर पूर्वी दिल्ली में रविवार को स्थिति सामान्य दिखाई दे रही है। लोग अपने काम पर लौटे हैं और शांतिपूर्ण माहौल है। वहीं, विपक्ष नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ देश की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस की नेता अलका लांबा ने चार सवाल पूछे हैं, जिसमें उन्होंने कहा है कि मुस्लिमों को क्या देश छोड़कर चला जाना चाहिए?
अलका लांबा ने ट्वीट कर पूछा हैं, 'मुस्लिम को देश छोड़ कर चला जाना चाहिए? उन्हें यहीं रहते हुए चुपचाप सब सहते रहना चाहिए? उन्हें यहीं रहते हुए अपने हक अधिकारियों के लिए लोकतांत्रिक तरीकों से संघर्ष करते रहना चाहिए? उन्हें गरीब-शोषित-पीड़ितों-बेरोजगारों-किसानों का साथ देते हुए संघी-सरकार से आजादी तक लड़ना चाहिए?'
इससे पहले उन्होंने कहा, 'कल दंगा ग्रसित इलाकों का दौरा करते वक्त बहुत से लोगों ने खासकर एक पिता ने अपनी बेटी जो इम्तिहान देकर घर लौट रही थी के लापता होने की शिकायत की,आज 5 दिन से उसका कुछ पता नहीं है, लोगों ने खुले नालों में से बदबू आने की बात कही और समय रहते नालों की जाँच की माँग भी की।'
बता दें, उत्तरपूर्वी दिल्ली के दंगा प्रभावित इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल नियमित रूप से स्थानीय लोगों से बातचीत कर रहे हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पिछले दो दिनों में जिले में किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं आई है। पुलिस वहां निवासियों से सोशल मीडिया पर आने वाली अफवाहों पर ध्यान नहीं देने और इस बारे में अधिकारियों को सूचित करने का अनुरोध कर रही है।
शनिवार को कार्यभार संभालने के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस के कार्यवाहक प्रमुख एस एन श्रीवास्तव ने कहा कि उनकी प्राथमिकता शांति बहाल करना और राष्ट्रीय राजधानी में सांप्रदायिक सद्भाव सुनिश्चित करना है, जहां इस सप्ताह की शुरुआत में तीन दशक में सबसे भीषण दंगे हुए। दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त अमूल्य पटनायक के सेवानिवृत्त होने के बाद श्रीवास्तव को दिल्ली पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
पुलिस ने व्यापक संपर्क कार्यक्रम शुरू किया है और लोगों में आत्मविश्वास भरने के लिए वरिष्ठ अधिकारी हर समुदाय के लोगों से मिलकर उनसे बातचीत कर रहे हैं। उत्तरपूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार में हिंसा में 42 लोगों की मौत हुई है और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। बड़ी संख्या में संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। उपद्रवियों की भीड़ ने घरों, दुकानों, वाहनों और एक पेट्रोल पंप को आग लगा दी और स्थानीय लोगों एवं पुलिसकर्मियों पर पथराव किया।