विनिवेश पर तृणमूल सदस्यों ने किया रास में कार्यवाही का बहिष्कार, सभापति नायडू ने अनुमति नहीं दी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 8, 2019 16:51 IST2019-07-08T16:51:35+5:302019-07-08T16:51:35+5:30
शून्यकाल के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों के विनिवेश का मुद्दा उठाना चाहा। सभापति एम वेंकैया नायडू ने इसकी अनुमति नहीं दी। नायडू ने कहा कि मुद्दे उठाने की एक प्रक्रिया होती है और वह किसी तरह के दबाव में नहीं आएंगे।

शून्यकाल के बाद जब प्रश्नकाल शुरू हुआ तब तृणमूल सदस्य सुखेन्दु शेखर राय ने व्यवस्था का प्रश्न उठाया।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के विनिवेश पर विरोध जताते हुए राज्यसभा में सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के सदस्य कार्यवाही का बहिष्कार करते हुए सदन से बाहर चले गए।
शून्यकाल के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों के विनिवेश का मुद्दा उठाना चाहा। सभापति एम वेंकैया नायडू ने इसकी अनुमति नहीं दी। नायडू ने कहा कि मुद्दे उठाने की एक प्रक्रिया होती है और वह किसी तरह के दबाव में नहीं आएंगे।
उन्होंने कहा कि अगर समय बचेगा तब वह तृणमूल सदस्यों को उनका मुद्दा उठाने की अनुमति देंगे। इसके बावजूद तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने अपना मुद्दा उठाना चाहा। तब सभापति ने कहा कि कुछ भी रिकॉर्ड पर नहीं जाएगा। इस पर तृणमूल सदस्य अपने स्थान से उठ कर आगे आ गए और नारे लगाने लगे।
Delhi: TMC MPs hold protest in front of Gandhi statue in Parliament over disinvestment in Public sector undertakings (PSUs) pic.twitter.com/oNUwpuKdEt
— ANI (@ANI) July 8, 2019
शून्यकाल के बाद जब प्रश्नकाल शुरू हुआ तब तृणमूल सदस्य सुखेन्दु शेखर राय ने व्यवस्था का प्रश्न उठाया। लेकिन सभापति ने कहा कि सदन में अभी व्यवस्था नहीं है। सभापति ने तृणमूल सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने को कहा। तृणमूल सदस्य अपने स्थानों पर आ गए।
सुखेन्दु शेखर राय ने दूसरी बार व्यवस्था का प्रश्न उठाने की अनुमति मांगी। लेकिन सभापति ने इंकार कर दिया। इस पर तृणमूल कांग्रेस के सदस्य कार्यवाही का बहिष्कार करते हुए सदन से बाहर चले गए।