दिल्ली: जेएनयू कैंपस में विवाद जारी, स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के नीचे लिखी गई अभद्र बातें
By विनीत कुमार | Updated: November 14, 2019 15:21 IST2019-11-14T15:07:49+5:302019-11-14T15:21:15+5:30
रिपोर्ट्स के अनुसार छात्रों ने गुरुवार को भी जेएनयू के प्रशासनिक भवन में घुसकर नारेबाजी की। हालांकि, विवेकानंद की प्रतिमा के नीचे अभद्र टिप्पणी किसने लिखी इस बारे में अभी आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी सामने नहीं आई है।

जेएनयू में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के नीचे लिखी गई अभद्र बातें (फोटो-एएनआई)
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के अंदर मौजूद स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के साथ तोड़फोड़ की घटना सामने आई है। साथ ही प्रतिमा के नीचे अभद्र टिप्पणी भी लिखी गई है। फिलहाल इस मामले में और अधिक जानकारी का इंतजार है। ये सभी टिप्पणी बीजेपी को निशाना बनाकर लिखी गई हैं।
जेएनयू में पिछले कई दिनों से फीस वृद्धि के खिलाफ सहित तमाम दूसरी मांगे लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार छात्रों ने गुरुवार को भी प्रशासनिक भवन में घुसकर जमकर नारेबाजी की। हालांकि, विवेकानंद की प्रतिमा के नीचे अभद्र टिप्पणी किसने लिखी इस बारे में अभी आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। वैसे, सोशल मीडिया पर ये तस्वीरें जमकर वायरल हो रही हैं।
Delhi: A statue of Swami Vivekananda inside Jawaharlal Nehru University(JNU) was vandalized by miscreants.More details awaited. pic.twitter.com/UM8QPWjlOU
— ANI (@ANI) November 14, 2019
इससे पहले बुधवार को जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार से छात्रावास फीस वृद्धि को लेकर उनसे बातचीत के लिए पहुंचे विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक ब्लॉक में उनके खिलाफ दीवारों पर जगह- जगह नारे लिख दिये। शाम तक फीस में वृद्धि आंशिक रूप से वापस ले ली गयी और जेएनयू प्रशासन ने कहा कि छात्रावास नियमावली मसविदा से ड्रेस कोड और आने जाने के समय से जुड़े उपबंध भी हटा दिये गये हैं।
दिन में जेएनयूएसयू की अगुवाई में सैंकड़ों विद्यार्थी कुलपति से बात करने के लिए प्रशासनिक ब्लॉक में घुस गये और बिल्डिंग में उनके एवं अन्य अधिकारियों के नहीं मिलने पर उन्होंने उनके कार्यालय के समीप की दीवारों पर कई बातें लिख दीं। उन्होंने कुलपति के कार्यालय के दरवाजों पर लिखा, 'आप हमारे कुलपति नहीं हैं, आप अपने संघ में लौट जाइए।' एक अन्य संदेश में लिखा था, ‘मामिदाला, बाय, बाय फोरएवर।’ दीवारों पर यह भी लिखा था, ‘नजीब को वापस लाइए।’ घड़ी पर लिख दिया गया, ‘टाईम फोर रिवोल्यूशन।’
(भाषा इनपुट)