हुमायूं के मकबरे के निकट दरगाह की दीवार गिरने से 5 लोगों की मौत, 7 घायल, देखिए वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Updated: August 15, 2025 20:18 IST2025-08-15T19:52:24+5:302025-08-15T20:18:43+5:30
पुलिस ने बताया कि अपराह्न 3.55 बजे घटना की सूचना मिलने के बाद, मलबे से कुल 10 से 12 लोगों को बचाया गया।

photo-ani
नई दिल्लीः दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुमायूं के मकबरे के निकट एक दरगाह की दीवार गिरने से शुक्रवार शाम 5 लोगों की मौत हो गई और 7 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि कुल नौ घायलों को एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया और एक को एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया। संयुक्त पुलिस आयुक्त संजय कुमार जैन ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘अब तक हमें पता चला है कि एम्स ट्रॉमा सेंटर में इलाज करा रहे पांच लोगों की मौत हो गई है और अन्य का अभी भी इलाज जारी है। हमने इलाके की घेराबंदी कर दी है।’’
#WATCH | Delhi | NDRF personnel conduct a search operation at Dargah Sharif Patte Shah, located near Humayun's Tomb, in the Nizamuddin area, following the collapse of the roof of a room in the dargah premises.
— ANI (@ANI) August 15, 2025
Police and Fire Department personnel are also present.
So far, 11… pic.twitter.com/6oW3XjroAX
उन्होंने बताया कि लोग शुक्रवार की नमाज के लिए दरगाह पर आए थे और जब यह घटना घटी तब बारिश के कारण वे कमरे के अंदर बैठे थे। पुलिस ने बताया कि बचाव अभियान पूरा हो गया है। इसने बताया कि घटना के संबंध में अपराह्न 3.55 बजे सूचना मिलने के बाद कुल 10 से 12 पीड़ितों को मलबे से निकाला गया।
#WATCH | Delhi | On the incident of roof collapse in Dargah Sharif Patte Shah premises, Joint CP Sanjay Jain says, "10 persons were rescued and sent to AIIMS Trauma Centre and LNJP. Out of the 10 people, five people at AIIMS Trauma Centre have died. The rescue operation has been… pic.twitter.com/iNCJBtBaXQ
— ANI (@ANI) August 15, 2025
घटना के बाद दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस), दिल्ली पुलिस, एनडीआरएफ और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) समेत कई बचाव एजेंसियों को सेवा में लगाया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘थाना प्रभारी (एसएचओ) और स्थानीय कर्मचारी पांच मिनट के भीतर वहां पहुंच गए और बचाव कार्य शुरू कर दिया।
कुछ देर बाद, दमकल कर्मी और कैट्स एम्बुलेंस भी मौके पर पहुंच गईं। एनडीआरएफ भी बचाव कार्य में शामिल हुआ।’’ डीएफएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुरू में कहा था कि मकबरे के गुंबद के एक हिस्से के ढहने के बारे में एक सूचना प्राप्त हुई थी, जिसके बाद पांच दमकल गाड़ियों को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह घटना 16वीं शताब्दी के स्मारक के मुख्य गुंबद से संबंधित नहीं थी, बल्कि इसके परिसर के भीतर एक छोटे कमरे से संबंधित थी। एक प्रत्यक्षदर्शी विशाल कुमार ने बताया, ‘‘मैं हुमायूं मकबरे पर काम करता हूं। जब हमने शोर सुना, तो मेरा सुपरवाइजर दौड़कर आया। हमने लोगों और प्रशासन को बुलाया। धीरे-धीरे हमने फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वहां कम से कम 10 से 12 लोग थे। इमाम भी वहां थे और वे भी घायलों में शामिल हैं। मैंने कम से कम आठ से नौ लोगों को बचाया है।’’ एक महिला प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, ‘‘मैं बाहर खड़ी थी और कमरे में प्रवेश करने ही वाली थी कि उससे बस दो कदम की दूरी पर थी। जैसे ही बारिश शुरू हुई, सभी लोग शरण लेने के लिए अंदर चले गए।’’
उन्होंने बताया, ‘‘तभी दीवार ढह गई। इसके बाद मैंने मदद के लिए चिल्लाना शुरू किया, लेकिन आसपास कोई नहीं था। मैं चिल्लाती रही और फिर आस-पास के कुछ लोग आए और अंदर फंसे सभी लोगों को बचाने में हमारी मदद की।’’ यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हुमायूं का मकबरा राष्ट्रीय राजधानी में एक प्रमुख पर्यटन केंद्र है और इसे देखने प्रतिदिन सैकड़ों घरेलू और विदेशी पर्यटक आते हैं।
हुमायूं के मकबरे के जीर्णोद्धार में शामिल संगठन, ‘आगा खान ट्रस्ट फॉर कल्चर’ (एकेटीसी) के संरक्षण वास्तुकार रतीश नंदा ने कहा, ‘‘हुमायूं के मकबरे को कोई नुकसान नहीं हुआ है। हुमायूं के मकबरे के निकट एक नया ढांचा बनाया जा रहा था, इसका एक हिस्सा ढह गया है और कुछ हिस्सा हुमायूं के मकबरे की दीवारों पर भी गिरा है।’’