delhi: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के 12 वार्ड के लिए उपचुनाव रविवार को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया और शाम साढ़े पांच बजे तक 38.51 प्रतिशत मतदान हुआ। वर्ष 2022 के एमसीडी चुनावों में 50.47 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। राज्य निर्वाचन आयोग ने बताया कि मतदान पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा और किसी भी मतदान केंद्र से किसी अप्रिय घटना या हंगामे की सूचना नहीं मिली। अधिकारियों ने बताया कि ईवीएम में तकनीकी खराबी के कारण मतदान बाधित नहीं हुआ। इस बीच, आम आदमी पार्टी (आप) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर ‘‘गड़बड़ी’’ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दक्षिणपुरी वार्ड में एक पूर्व थाना प्रभारी भाजपा उम्मीदवार के लिए प्रचार कर रहा था। हालांकि, भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि ‘आप’ ने अपनी हार का बहाना पहले ही तैयार कर लिया है।
भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सात वार्ड के अपने दौरे में पार्टी कार्यकर्ताओं से मिली प्रतिक्रिया का हवाला देते हुए कहा कि पार्टी को अच्छे प्रदर्शन का भरोसा है। दिल्ली के महापौर राजा इकबाल सिंह ने मतदान करने के लिए नागरिकों का धन्यवाद किया और विश्वास जताया कि भाजपा ‘‘स्पष्ट और निर्णायक विजेता’’ बनकर उभरेगी।
इस बीच, ‘आप’ की दिल्ली इकाई के प्रमुख सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि पुलिस का एक पूर्व ‘‘थाना प्रभारी सादे कपड़ों में भाजपा उम्मीदवार के लिए प्रचार कर रहा’’ था। उन्होंने निर्वाचन आयोग पर निष्क्रियता का आरोप लगाया। सचदेवा ने एक बयान जारी कर आरोपों को खारिज कर दिया और ‘आप’ पर ‘‘फर्जी मतदान’’ कराने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
मतदान सुबह साढ़े सात बजे शुरू हुआ था। निर्वाचन आयोग ने बताया कि कुल 12 वार्ड में हुए मतदान के दौरान चांदनी महल में सर्वाधिक 55.93 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। सबसे कम मतदान ग्रेटर कैलाश में दर्ज किया गया। वहां केवल 26.76 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया।
मुंडका में 44.50 प्रतिशत, शालीमार बाग-बी में 36.53 प्रतिशत, अशोक विहार में 33.82 प्रतिशत और चांदनी चौक में 35.65 प्रतिशत मतदान हुआ। द्वारका-बी में 29.76 प्रतिशत, दिचाऊं कलां में 37.20 प्रतिशत, नारायणा में 42.76 प्रतिशत, संगम विहार-ए में 44.40 प्रतिशत और दक्षिण पुरी में 40.23 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
विनोद नगर में 36.47 प्रतिशत मतदान हुआ। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने नागरिकों से बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील की थी। मुख्यमंत्री ने मतदान को एक लोकतांत्रिक कर्तव्य बताया, जो शासन और विकास को मजबूत करता है। गुप्ता ने अपने परिवार के साथ अपने स्थानीय मतदान केंद्र पर वोट डाला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मतदान करके उन्होंने अपने ‘‘लोकतांत्रिक दायित्व’’ का पालन किया। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ एक पोस्ट में कहा, ‘‘मतदान हमारे लोकतंत्र की पवित्र प्रक्रिया का अभिन्न अंग है और इसमें हमारी सक्रिय सहभागिता लोकतांत्रिक मूल्यों को और अधिक सुदृढ़ बनाती है।’’ मतगणना तीन दिसंबर को होगी।
परिणामों से यह संकेत मिलने की संभावना जताई जा रही है कि वर्ष की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बड़ी जीत के बाद राष्ट्रीय राजधानी के मतदाताओं का रुख किस ओर है। राज्य निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव के लिए 143 मतदान केंद्रों पर कुल 580 बूथ स्थापित किए थे।
निष्पक्ष एवं स्वतंत्र मतदान के लिए निर्वाचन आयोग के 2,320 कर्मी, 580 होमगार्ड और 2,265 अन्य कर्मचारी तैनान किए गए थे। इसके साथ ही केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 13 कंपनी भी तैनात की गई थीं। एमसीडी उपचुनाव में 26 महिलाओं सहित 51 उम्मीदवार मैदान में थे।
भाजपा ने आठ महिला उम्मीदवारों को चुनावी रण में उतारा था। वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) ने छह और कांग्रेस ने पांच महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया था। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 70 में से 48 सीट जीतकर 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की थी और ‘आप’ को सत्ता से बेदखल किया था।