पिछले 119 साल में सोमवार को दिल्ली में दिसंबर का सबसे सर्द दिन रहने की संभावना है। इस दौरान तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने बताया कि सफदरजंग वेधशाला में दोपहर ढाई बजे तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने ट्वीट किया, ‘‘पिछले 119 साल में दिसंबर के महीने में आज दिल्ली में सर्द दिन रहने का अनुमान है, क्योंकि दोपहर ढाई बजे सफदरजंग में तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।’’
जम्मू-कश्मीर में सोमवार को भी ठंड का कहर जारी रहा। शीतकालीन राजधानी जम्मू में बीती रात 10 वर्षों में अब तक की सबसे सर्द रात दर्ज की गई। श्रीनगर भी पारा शून्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने बताया कि जम्मू में पिछले एक दशक में इस मौसम की सबसे सर्द रात दर्ज की गई। यहां पारा लुढ़क कर 2.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
विभाग ने बताया कि शहर में सबसे सर्द रात 28 दिसंबर, 1998 को दर्ज की गई थी जब पारा 0.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इसके बाद इतनी ठंड 31 दिसंबर, 2007 को पड़ी जब तापमान 2.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं श्रीनगर में ठंड लगातार अपने ही रिकॉर्ड तोड़ रही है जहां शहर में बीती रात अब तक की सबसे सर्द रात दर्ज की गई, वहीं सोमवार को न्यूनतम तापमान शून्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया।
इस बीच, मौसम विभाग ने नये साल के पहले हफ्ते में बारिश और बर्फबारी का अनुमान जताया है। घने कोहरे के चलते जम्मू हवाईअड्डे पर सुबह की सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू हवाईअड्डे से सुबह में उड़ान भरने वाले चार विमानों को खराब दृश्यता के चलते रद्द कर दिया गया। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने यहां बताया कि श्रीनगर शहर में पिछली रात तापमान शून्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जो इससे पहले वाली रात को शून्य से 6.2 डिग्री सेल्सियस था।
उन्होंने बताया कि यह शहर में इस मौसम की अब तक की सबसे सर्द रात थी। कड़ाके की ठंड से डल झील और अन्य जलाशयों के साथ ही कई स्थानों पर पानी की आपूर्ति करने वाली लाइनें जम गईं। अधिकारी ने बताया कि शहर में रात का तापमान सामान्य से चार डिग्री नीचे रह रहा है। उत्तर कश्मीर के गुलमर्ग में पिछली रात शून्य से 7.8 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज किया गया जो इससे पहली रात शून्य से 6.6 डिग्री सेल्सियस नीचे था। पहलगाम रिजॉर्ट में रात का तापमान शून्य से 10.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले का पहलगाम घाटी का सबसे ठंडा स्थान दर्ज किया गया। वहीं काजीगुंड में तापमान शून्य से 9.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। अधिकारी ने बताया कि कोकेरनाग में शून्य से 7.3 डिग्री सेल्सियस जबकि उत्तर कश्मीर में स्थित कुपवाड़ा में शून्य से 5.6 डिग्री सेल्सियस नीचे का तापमान दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश के लेह में तापमान शून्य से 20.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
लेह के बगल में स्थित द्रास में पारा लुढ़क कर शून्य से 28.8 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया। कश्मीर में फिलहाल चिल्लई कलां का दौर चल रहा है। यह अत्यधिक ठंड की 40 दिन की अवधि है जब लगातार एवं अधिकतम बर्फ गिरने की संभावना होती है और तापमान बहुत ज्यादा घट जाता है।
‘चिल्लई कलां’ 21 दिसंबर को शुरू हुआ था और यह 31 जनवरी को खत्म होगा लेकिन कश्मीर में इसके बाद भी ठंड जारी रहती है। मौसम विभाग ने कश्मीर में नये साल के पहले हफ्ते में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान जताया है जिससे घाटी में ठंड से संभवत: कुछ राहत मिलेगी।
ओडिशा में ठंड का प्रकोप , 16 स्थानों पर तापमान 10 डिग्री से नीचे
ओडिशा में भी सर्दी का प्रकोप जारी है। राज्य में सोमवार को 16 स्थानों पर तापमान 10 डिग्री से नीचे चला गया। पश्चिमी क्षेत्र में 4.5 डिग्री के साथ सोनेपुर सबसे ठंडा स्थान रहा । सोनेपुर में तापमान थोड़ा सुधरा है, क्योंकि रविवार को यहां 3.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था। लगातार तीसरे दिन राज्य के इस हिस्से में सर्दी से आम जनजीवन पर असर पड़ा।
सुंदरगढ़ जिले में बोनाई, टेन्सा और कोइडा, कोरापुट जिले में लक्ष्मीपुर और पोट्टांगी, कंधमाल जिले में क्योंझर, दारिंगबाडी और बेलघर में भी कड़ाके की सर्दी पड़ने की सूचना मिली है । शीतलहर का प्रकोप एक जनवरी तक कायम रहने का पूर्वानुमान है।
इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारगढ़, नुआपाड़ा, झारसुगुडा, सुंदरगढ़, संबलपुर, क्योंझर और देवगढ़ जिले में एक जनवरी को और सुंदरगढ़, देवगढ़, अंगुल, खुर्दा, सोनेपुर और बौध जिलों में दो जनवरी को हल्की से लेकर मध्यम स्तर की बारिश का अनुमान जताया गया है। राज्य सरकार ने प्रदेश मे भीषण ठंड के कारण जिलाधिकारियों को चौकस रहने और आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारियों को बेघर और जरूरतमंद लोगों को रात के समय स्कूलों और सार्वजनिक इमारतों में रखने को कहा गया है ।