तीस हजारी कोर्ट हिंसा मामला: सुप्रीम कोर्ट के बाहर वकीलों का विरोध-प्रदर्शन, मांगा 10 लाख रुपये मुआवजा
By विनीत कुमार | Updated: November 4, 2019 13:16 IST2019-11-04T13:16:50+5:302019-11-04T13:16:50+5:30
तीस हजारी कोर्ट हिंसा मामला: इससे पहले दिल्ली बार काउंसिल ने पुलिस के साथ झड़प के बाद आईसीयू में भर्ती दो वकीलों को रविवार को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की थी।

तीस हजारी कोर्ट हिंसा मामला: सुप्रीम कोर्ट के बाहर वकीलों का विरोध-प्रदर्शन, मांगा 10 लाख रुपये मुआवजा
दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में शनिवार को वकीलों और पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद विवाद अब भी जारी है। कई वकीलों ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
वकीलों ने इस प्रदर्शन के दौरान तीस हजारी कोर्ट की घटना में घायल हुए हर वकील के लिए 10 लाख रुपये मुआवजे की भी मांग रखी। इस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट पहले ही न्यायिक जांच के आदेश दे चुकी है।
घटना के संबंध में मीडिया में आयी खबरों पर संज्ञान लेते हुए रविवार को हुई सुनवाई में मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल एवं न्यायमूर्ति सी हरि शंकर की पीठ ने रविवार को कहा कि उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) एस पी गर्ग मामले में न्यायिक जांच करेंगे।
पीठ ने जांच पूरी होने तक दिल्ली पुलिस आयुक्त को विशेष आयुक्त संजय सिंह और अतिरिक्त डीसीपी हरिंदर सिंह का तबादला करने का आदेश दिया है। पीठ ने यह भी साफ किया कि किसी वकील के खिलाफ कोई बलप्रयोग नहीं किया जायेगा।
इससे पहले दिल्ली बार काउंसिल ने पुलिस के साथ झड़प के बाद शनिवार को आईसीयू में भर्ती दो वकीलों को रविवार को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की थी। साथ ही घायल वकीलों को 50-50 हजार रुपये मुआवजा दिया जाएगा।
गौरतलब है कि शनिवार शाम पार्किंग को लेकर पुलिस और वकीलों के बीच तीस हजारी कोर्ट में विवाद पैदा हो गया था। अदालत परिसर में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प के दौरान कम से कम 10 पुलिसकर्मी और कई वकील घायल हो गई थे जबकि 17 वाहनों में तोड़फोड़ की गई थी।