दिल्ली में होम क्वारंटाइन पर उपराज्यपाल ने लगाई रोक, केजरीवाल सरकार बोली- मनमाने फैसले से कमजोर होगी जंग

By पल्लवी कुमारी | Updated: June 20, 2020 01:18 IST2020-06-20T01:18:44+5:302020-06-20T01:18:44+5:30

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व वाली एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने शहर में निजी अस्पतालों में पृथक-वास बेड के लिए एक दिन का शुल्क 8,000-10,000 रुपये के बीच और वेंटिलेटर के साथ आईसीयू बेड के लिए 15,000-18000 रुपये निर्धारित करने की सिफारिश की है।

Delhi govt on LG's decision on home isolation says will discourage many people from getting tested | दिल्ली में होम क्वारंटाइन पर उपराज्यपाल ने लगाई रोक, केजरीवाल सरकार बोली- मनमाने फैसले से कमजोर होगी जंग

Anil Baijal and Arvind Kejriwal (File Photo)

Highlights कोविड-19 से संक्रमित दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री की हालत बिगड़ने के बाद मैक्स अस्पताल में आईसीयू में भर्ती किया गया है। सरकार के मुताबिक, दिल्ली में घर पर पृथक-वास में कोविड-19 के करीब 8,500 मरीज हैं।

नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने शुक्रवार (19 जून) को आदेश दिया कि घर पर पृथक-वास के तहत कोविड-19 के हरेक मरीजों के लिए पांच दिन संस्थागत क्वारंटाइन केंद्र में रहना जरूरी होगा। आप सरकार ने इस फैसले को 'मनमाना' बताते हुए कहा है कि इससे राष्ट्रीय राजधानी को नुकसान होगा। अपने आदेश में उपराज्यपाल ने कहा कि पांच दिन संस्थागत पृथक-वास में रहने के बाद कोविड-19 के बिना लक्षण वाले मरीजों को घर पर पृथक-वास के लिए भेज दिया जाएगा।

बैजल ने अपने आदेश में कहा, होम क्वारंटाइन के तहत प्रत्येक मामले में पांच दिन संस्थागत पृथक-वास में रहना अनिवार्य होगा। इसके बाद बिना लक्षण वाले मरीजों को घर पर क्वारंटाइन के लिए भेज दिया जाएगा। लक्षण वाले मरीजों को जरूरत पड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।

जानें अरविंद केजरीवाल की सरकार ने क्या कहा?

दिल्ली सरकार ने कहा कि घर पर पृथक-वास को लेकर उपराज्यपाल का फैसला मनमाना है और इससे दिल्ली को नुकसान होगा। एक बयान में दिल्ली सरकार ने कहा कि घर पर पृथक-वास का कार्यक्रम कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सबसे सफल अभियान है। बयान में कहा गया कि पहले से ही यहां पर कोविड-19 के मरीजों के उपचार के लिए डॉक्टरों, नर्सों की भारी कमी है। कर्मियों की दिक्कत है, संक्रमण के बिना लक्षण वाले हजारों लोगों को रखने के लिए बड़े स्तर पर पृथक-वास केंद्र की जरूरत होगी।

 सरकार के मुताबिक, दिल्ली में घर पर पृथक-वास में कोविड-19 के करीब 8,500 मरीज हैं । ये सभी ऐसे मरीज हैं जिनमें संक्रमण के किसी तरह के लक्षण नहीं मिले या मामूली लक्षण मिले। 

Anil Baijal (File Photo)
Anil Baijal (File Photo)

दिल्ली में कोविड-19 के 3,137 नए मामले सामने आए, संक्रमितों की संख्या बढ़कर 53 हजार के पार हुई

राष्ट्रीय राजधानी में पहली बार एक ही दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,000 से अधिक मामले सामने आए हैं, जिसके साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या 53 हजार के पार चली गई। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली में शुक्रवार को 3,137 नए मामलों के साथ ही संक्रमितों की संख्या 53,116 तक पहुंच गई।

(प्रतीकात्मक तस्वीर)
(प्रतीकात्मक तस्वीर)

इसमें कहा गया है कि वहीं, पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 66 मरीज की मौत के साथ ही मृतकों का आंकड़ा 2,035 तक जा पहुंचा। इस बीच, आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में मरीजों के स्वस्थ होने की दर में भी सुधार हुआ है और 18 जून को यह दर 42.69 फीसदी रही। इससे पहले 13 दिन तक 40 फीसदी से नीचे ही रही थी। मामलों में वृद्धि होने के बीच दो सप्ताह में पहली बार कोविड-19 के मरीजों के स्वस्थ होने की दर 40 फीसदी के पार गई है।

Web Title: Delhi govt on LG's decision on home isolation says will discourage many people from getting tested

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