दिल्ली सरकार ने सीएनजी की बढ़ती कीमतों के बीच ऑटो रिक्शा, टैक्सी का किराया बढ़ाया, जानें नया भाड़ा
By रुस्तम राणा | Updated: October 28, 2022 22:09 IST2022-10-28T22:09:58+5:302022-10-28T22:09:58+5:30
दिल्ली सरकार के फैसले के मुताबिक, ऑटो लेने वाले कम्यूटर को शुरुआती 1.5 किमी के लिए मौजूदा 25 रुपये के बजाय 30 रुपये का भुगतान करना होगा। बाद के प्रत्येक किमी के लिए यात्री को 9 रुपये के बजाय 11 रुपये का भुगतान करना होगा।

दिल्ली सरकार ने सीएनजी की बढ़ती कीमतों के बीच ऑटो रिक्शा, टैक्सी का किराया बढ़ाया, जानें नया भाड़ा
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सीएनजी की बढ़ती कीमतों के बीच ऑटो रिक्शा और टैक्सी का किराया बढ़ा दिया गया है। यह किराया दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार के द्वारा शुक्रवार को बढ़ाया गया है। दिल्ली सरकार के फैसले के मुताबिक, ऑटो लेने वाले कम्यूटर को शुरुआती 1.5 किमी के लिए मौजूदा 25 रुपये के बजाय 30 रुपये का भुगतान करना होगा। बाद के प्रत्येक किमी के लिए यात्री को 9 रुपये के बजाय 11 रुपये का भुगतान करना होगा।
बिना एयर कंडीशन (एसी) वाली टैक्सियों के लिए न्यूनतम किराये के बाद यात्रियों को अब प्रति किलोमीटर 17 रुपये देने होंगे। पहले यह शुल्क 14 रुपये प्रति किलोमीटर था। वहीं, एसी टैक्सियों के लिए लोगों को न्यूनतम किराये के बाद 20 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से पैसे देने होंगे। पहले यह किराया 16 रुपये प्रति किलोमीटर था।
दरअसल, सरकार का फैसला लगभग दो लाख ऑटो रिक्शा और टैक्सी चालकों के लिए एक राहतभरा है, जिन्हें हाल ही में सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण अधिक लागत वहन करना पड़ा था। दिल्ली सरकार की मंजूरी से ऑटो रिक्शा और टैक्सियों के नए किराए आने वाले हफ्तों में अधिसूचित होने के बाद लागू होंगे। ऑटो किराए को आखिरी बार 2020 में संशोधित किया गया था, जबकि टैक्सी के लिए यह 2013 में किया गया था।
Delhi government approves revised fares for Auto Rickshaws and Taxis in Delhi pic.twitter.com/AhukmleoBv
— ANI (@ANI) October 28, 2022
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को इस मुद्दे पर ऑटो-रिक्शा और टैक्सी संघों/संघों से कई अभ्यावेदन प्राप्त हुए थे। इसलिए, सीएनजी की बढ़ती दर, ऑटो-रिक्शा और टैक्सी की लागत और रखरखाव और ऑटो-रिक्शा की शुद्ध कमाई को प्रभावित करने वाले कई अन्य मुद्दों के मद्देनजर किराए की समीक्षा और सिफारिश करने के लिए मई 2022 में 13 सदस्यों की एक समिति का गठन किया गया था।
समिति ने काली और पीली टैक्सियों और इकोनॉमी टैक्सियों के किराए में संशोधन की सिफारिश की, जिसकी तब समीक्षा की गई और दिल्ली सरकार ने इसे मंजूरी दी। समिति ने प्रीमियम टैक्सी श्रेणी के लिए मौजूदा किराए में बदलाव नहीं करने की भी सिफारिश की ताकि उन्हें उपयोगकर्ताओं के लिए बहुत महंगा होने से बचाया जा सके।
कैलाश गहलोत ने कहा, "हमने हाल के महीनों में भारत में ईंधन की कीमतों में वृद्धि देखी है, जिससे ड्राइवरों के मुनाफे पर असर पड़ा है। बढ़ी हुई लागत ने उन्हें और कम किमी ड्राइव करने के लिए प्रेरित किया, जिसका अंततः नागरिकों को उनके कार्यालयों या घर जाने के लिए प्रभावित किया। संशोधित किराए से उन्हें अपने परिवारों का भरण-पोषण करने में मदद मिलेगी और शहर में ऑटो-रिक्शा और टैक्सियों की बढ़ती उपलब्धता वाले यात्रियों को भी सुविधा मिलेगी।"