Medha Patkar: 23 साल पुराने मामले में मेधा पाटकर को 5 महीने की सजा, जानिए पूरा मामला
By धीरज मिश्रा | Updated: July 1, 2024 17:28 IST2024-07-01T16:46:01+5:302024-07-01T17:28:56+5:30
Medha Patkar: दिल्ली की एक अदालत ने एलजी वीके सक्सेना द्वारा दायर 23 साल पुराने मानहानि मामले में मेधा पाटकर को 5 महीने की कैद की सजा सुनाई है।

फाइल फोटो
Medha Patkar: दिल्ली की एक अदालत ने एलजी वीके सक्सेना द्वारा दायर 23 साल पुराने मानहानि मामले में नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर को पांच महीने की कैद की सजा सुनाई है।
Delhi's Saket court sentenced Narmada Bachao Andolan activist Medha Patkar to 5 months simple imprisonment, in a defamation case filed by then KVIC Chairman V K Saxena (now Delhi LG).
— ANI (@ANI) July 1, 2024
The court has also directed Medha Patkar to pay a compensation of Rs. 10 lakh to V K Saxena
अदालत ने मेधा पाटकर को वी के सक्सेना को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने का भी निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा कि इस मामले में यूं तो अधिकतम सजा 2 साल की होती है। लेकिन, उनके स्वास्थ्य को देखते हुए सजा पांच महीने की कर दी गई है। यहां जानकारी के लिए बताते चले कि इससे पहले गत माह सात जून को कोर्ट ने मेधा पाटकर की सजा पर फैसला सुरक्षित रखा लिया था। 24 मई को साकेत कोर्ट ने मेधा पाटकर को दोषी करार दिया था।
#Breaking
— Bar and Bench (@barandbench) July 1, 2024
Delhi court sentences activist Medha Patkar to five months imprisonment in a 23-year-old criminal defamation case filed by Delhi LG Vinai Kumar Saxena.
Patkar ordered to pay ₹10 lakh compensation to Saxena.
@medhanarmada@LtGovDelhi#Defamationpic.twitter.com/UPWVDOkA1G
क्या है मामला
जिस मामले में मेधा पाटकर को पांच महीने की जेल हुई है वह मामला है 25 नवंबर 2000 का। इस साल मेधा पाटकर ने वीके सक्सेना पर आरोप लगाया था कि उन्होंने हवाला के माध्यम से लेनदेन किया। साथ ही उन्हें कायर भी बुलाया था। मेधा पाटकर ने सीधे तौर पर वीके सक्सेना की ईमानदारी पर हमला किया था।
मेधा पाटकर ने अपने बचाव में क्या कहा
मेधा पाटकर के द्वारा लगाए गए आरोपों के खिलाफ वीके सक्सेना ने मानहानि का केस किया। इस केस से बचने के लिए कोर्ट में मेधा पाटकर ने अपने बचाव में कहा कि वीके सक्सेना वर्ष 2000 से झूठे और मानहानि वाले बयान जारी करते रहे हैं। उन्होंने अपने बचाव में कहा था कि वीके सक्सेना ने एक कार्यक्रम के दौरान साल 2002 में उन पर हमला किया था, साथ ही उन्हें पीटा भी गया था।
यहां जानकारी के लिए बताते चले कि गत वर्ष मेधा पाटकर और एलजी वीके सक्सेना से संबंधित कुछ वीडियो को आम आदमी पार्टी के द्वारा भी शेयर किए गए। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह से लेकर मंत्री आतिशी, सौरभ भारद्वाज ने एलजी वीके सक्सेना पर निशाना साधा था।
साथ ही उनके इस्तीफे की मांग करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा। आम आदमी पार्टी ने कहा था कि केंद्र की मोदी सरकार ने ऐसे आदमी को दिल्ली में बिठाया है जो महिलाओं को कार्यक्रम के दौरान पीटता है।