Delhi Assembly Elections 2025: उद्धव ठाकरे और अखिलेश यादव के बाद ममता बनर्जी अरविंद केजरीवाल के साथ?, इंडिया ब्लॉक में कांग्रेस अलग-थलग
By सतीश कुमार सिंह | Updated: January 8, 2025 21:14 IST2025-01-08T21:12:31+5:302025-01-08T21:14:53+5:30
Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच फरवरी को मतदान होगा, जबकि मतों की गिनती आठ फरवरी को होगी।

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नई दिल्लीः इंडिया ब्लॉक में कांग्रेस अलग-थलग? कांग्रेस दिल्ली में एक अकेली राजनीतिक लड़ाई के लिए पूरी तरह तैयार है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बाद तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आप संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समर्थन दिया है। दिल्ली में मुख्य मुकाबला कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा के बीच है। दिल्ली में 70 सीट पर 5 फरवरी को मतदान और 8 फरवरी को मतगणना कराई जाएगी। कांग्रेस और आप लोकसभा चुनाव के दौरान सहयोगी थे।
लेकिन विधानसभा चुनाव प्रतिद्वंद्वी के रूप में लड़ेंगे। केजरीवाल ने दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को समर्थन देने के लिए तृणमूल कांग्रेस को बुधवार को धन्यवाद दिया। केजरीवाल ने दिल्ली के चुनाव में ‘आप’ को समर्थन देने के लिए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ के जरिये पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी का आभार जताया।
Delhi Assembly Elections 2025: ममता दीदी का आभारी हूं
दिल्ली विधानसभा चुनाव में ‘आप’, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। कांग्रेस विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा है। केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘दिल्ली विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने ‘आप’ को समर्थन देने का ऐलान किया है। मैं व्यक्तिगत रूप से ममता दीदी का आभारी हूं। धन्यवाद दीदी।
आपने हमेशा हमारे अच्छे-बुरे समय में हमारा साथ दिया है और आशीर्वाद दिया है।’’ तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा संसदीय दल के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने केजरीवाल की पोस्ट का जवाब देते हुए कहा, ‘‘आम आदमी पार्टी, हम आपके साथ हैं।’’ दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए पांच फरवरी को मतदान होगा जबकि मतों की गिनती आठ फरवरी को होगी। वहीं, नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 17 जनवरी है और नामांकन पत्रों की जांच 18 जनवरी को होगी। ‘आप’ ने दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
Delhi Assembly Elections 2025: कांग्रेस या आप के साथ कोई गठबंधन नहीं हुआ
राष्ट्रीय राजधानी के चुनाव में किसी भी पार्टी के बीच गठबंधन नहीं हुआ है, जबकि लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली में ‘आप’ और कांग्रेस के बीच गठबंधन था। वाम दलों ने भी कुछ निर्वाचन क्षेत्रों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है, लेकिन अभी तक उनका कांग्रेस या आप के साथ कोई गठबंधन नहीं हुआ है।
Delhi Assembly Elections 2025: केजरीवाल, आतिशी सहित अन्य दिग्गज उम्मीदवारों की सीट पर सभी की नजरें
दिल्ली विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की मंगलवार को घोषणा किये जाने के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में राजनीतिक पारा चढ़ गया है, जहां नई दिल्ली, कालकाजी और जंगपुरा जैसे प्रमुख निर्वाचन क्षेत्र पर सभी की नजरें हैं। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए 5 फरवरी को मतदान होगा और चुनाव परिणाम 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।
तीन प्रमुख दलों - आम आदमी पार्टी(आप), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस - के दिग्गज उम्मीदवारों के बीच हाई-प्रोफाइल निर्वाचन क्षेत्रों में कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र राजनीतिक सरगर्मी का केंद्र बना हुआ है, क्योंकि ‘आप’ प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस सीट से पुनः चुनाव लड़ रहे हैं, जिसका वह एक दशक से अधिक समय से प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। केजरीवाल के सामने दिल्ली के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटों की उम्मीदवार के तौर पर घोषणा की गई है। इनमें भाजपा के प्रवेश सिंह वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित शामिल हैं।
Delhi Assembly Elections 2025: पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे
प्रवेश, पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। वहीं संदीप, पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे हैं। केजरीवाल ने पिछले तीन विधानसभा चुनावों - 2013, 2015 और 2020 में नई दिल्ली सीट से जीत हासिल की थी। दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के कालकाजी में मुख्यमंत्री आतिशी अपनी सीट बरकरार रखने के लिए चुनाव लड़ेंगी।
Delhi Assembly Elections 2025: अखिल भारतीय महिला कांग्रेस अध्यक्ष अलका लांबा चुनौती देंगी
आतिशी को दक्षिण दिल्ली से पूर्व सांसद भाजपा के रमेश बिधूड़ी, और कांग्रेस की अखिल भारतीय महिला कांग्रेस अध्यक्ष अलका लांबा चुनौती देंगी। पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया अपनी पारंपरिक पटपड़गंज सीट छोड़कर दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के जंगपुरा से चुनाव लड़ रहे हैं।
सिसोदिया के इस कदम को लेकर अटकलों को बल मिला है, क्योंकि 2020 में उन्होंने पटपड़गंज से मात्र 3,207 वोटों से जीत दर्ज की थी। जंगपुरा में सिसोदिया का मुकाबला भाजपा के तरविंदर सिंह मारवाह और कांग्रेस के फरहाद सूरी से है।