Delhi Air Pollution: राजधानी दिल्ली में दिवाली रात आतिशबाजी के कारण चारों तरफ धुआं-धुआं नजर आया। दिवाली उत्सव के एक दिन बाद भी यह 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, शुक्रवार को शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक 359 के साथ "बहुत खराब" दर्ज किया गया।
गौरतलब है कि 0 से 50 के बीच एक्यूआई रीडिंग को 'अच्छा' माना जाता है, 51 से 100 को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 201 से 300 को 'खराब', 301 से 400 को 'बहुत खराब' और 401 से 500 को 'गंभीर' माना जाता है।
दिल्ली का आसमान गुरुवार को जगमगा उठा और लोगों ने पटाखों पर प्रतिबंध का उल्लंघन करते हुए दिवाली मनाई।
पूर्वी और पश्चिमी दिल्ली के लाजपत नगर, कालकाजी, छतरपुर, जौनापुर, ईस्ट ऑफ कैलाश, साकेत, रोहिणी, द्वारका, पंजाबी बाग, विकास पुरी, दिलशाद गार्डन, बुराड़ी और कई अन्य इलाकों में पटाखे फोड़े गए। गुरुवार को दिल्ली में रात 9 बजे AQI 327 दर्ज किया गया, जो रात में और गिरकर 359 पर आ गया।
रात 9 बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 327 दर्ज किया गया, जिसमें अलीपुर, आनंद विहार, अशोक विहार, आया नगर, बवाना, बुराड़ी, मथुरा रोड, आईजीआई एयरपोर्ट, द्वारका, जहांगीरपुरी, मुंडका, नरेला, पटपड़गंज, रोहिणी शामिल हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा प्रकाशित राष्ट्रीय AQI के प्रति घंटे अपडेट प्रदान करने वाले समीर ऐप के अनुसार, शादीपुर, सोनिया विहार, वज़ीरपुर, मंदिर मार्ग, नेहरू नगर, नजफगढ़ और अन्य मौसम-निगरानी स्टेशनों में "बहुत खराब" वायु गुणवत्ता देखी जा रही है।
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार रात 8 बजे प्रदूषक PM2.5 का स्तर 144 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। PM10 का स्तर 273 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था।
PM2.5 एक महीन कण होता है जो श्वसन तंत्र में गहराई तक प्रवेश कर सकता है और स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है, जबकि PM10 एक ऐसा कण होता है जिसका व्यास 10 माइक्रोमीटर या उससे कम होता है।
प्रदूषण में वृद्धि को रोकने के लिए, दिल्ली सरकार ने इस महीने की शुरुआत में पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर व्यापक प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।
दिवाली की सुबह, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्लीवासियों से जिम्मेदारी से त्योहार मनाने का आग्रह किया। उन्होंने लोगों से प्रदूषण को लेकर बढ़ती चिंताओं के मद्देनजर पटाखे फोड़ने से बचने की अपील की थी।