Delhi Fire: अनाज मंडी में आग लगने वाली इमारत से अभी भी निकल रहा हैं धुंआ, फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंची
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 9, 2019 08:21 AM2019-12-09T08:21:51+5:302019-12-09T08:21:51+5:30
चार मंजिला इमारत में चल रही अवैध फैक्टरी में रविवार की सुबह आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई थी.
उत्तरी दिल्ली के भीड़भाड़ वाले अनाज मंडी क्षेत्र में स्थित एक चार मंजिला इमारत में लगी आग अभी तक बुझी नहीं है, उससे अभी धुआं निकल रहा है। पुलिस ने जांच के लिए फैक्ट्री को सील किया हुआ था। फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां आग बुझाने पहुंचीं है।
Delhi: A fire has broken out in the same building in Anaj Mandi, Rani Jhansi Road where 43 people had died in a fire incident yesterday. Four fire tenders have been rushed to the spot. pic.twitter.com/f1heEaQ7dU
— ANI (@ANI) December 9, 2019
चार मंजिला इमारत में चल रही अवैध फैक्टरी में रविवार की सुबह आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई। राष्ट्रीय राजधानी में उपहार सिनेमा त्रासदी के बाद अनाज मंडी में हुआ यह अग्निकांड दूसरी सबसे भयानक घटना है। हादसे में मारे गये ज्यादातर लोग बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिक हैं।
इस बीच, दिल्ली पुलिस ने अनाज मंडी अग्निकांड के संबंध में इमारत के मालिक रेहान और उसके प्रबंधक फुरकान को गिरफ्तार कर लिया और आईपीसी की धाराओं 304 और 285 के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले को अपराध शाखा को स्थानांतरित किया गया है।
दिल्ली सरकार ने इस घटना की मजिस्ट्रेट से जांच कराने के आदेश दिये हैं और सात दिनों के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। पुलिस और अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने के कारण हुई क्योंकि इमारत की दूसरी मंजिल पर सुबह लगभग पांच बजे जब आग लगनी शुरू हुई तो लोग सो रहे थे।
अधिकारियों ने बताया कि इमारत के लिए दमकल विभाग की मंजूरी भी नहीं थी। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में प्रतीत होता है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। उन्होंने बताया कि आग लगने की जानकारी सुबह पांच बजकर 22 मिनट पर मिली जिसके बाद दमकल की 30 गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया।
उन्होंने बताया कि 150 दमकलकर्मियों ने बचाव अभियान चलाया और 63 लोगों को इमारत से बाहर निकाला। दमकल अधिकारियों ने बताया कि 43 श्रमिकों की मौत हुई और दो दमकलकर्मी घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि इकाइयों के पास दमकल विभाग का अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं था। इलाके के तंग होने की वजह से बचाव अभियान में दिक्कत आई और दमकलकर्मी खिड़कियां काट कर इमारत में दाखिल हुए।