दिल्ली: 59 वर्षीय महिला ने सरकारी धन से 13.85 करोड़ रुपये किए गबन, पुलिस ने किया गिरफ्तार
By दीप्ती कुमारी | Published: October 31, 2021 02:23 PM2021-10-31T14:23:03+5:302021-10-31T14:54:53+5:30
पुलिस ने शनिवार को कहा कि 59 वर्षीय एक महिला को सरकारी धन से 13.85 करोड़ रुपये के कथित गबन के आरोप में गिरफ्तार किया गया है ।
दिल्ली : पुलिस ने शनिवार को कहा कि 59 वर्षीय एक महिला को सरकारी धन से 13.85 करोड़ रुपये के कथित गबन के आरोप में गिरफ्तार किया गया है । उन्होंने बताया कि आरोपी की पहचान पीतमपुरा निवासी स्नेह रानी गुप्ता के रूप में हुई है ।
फर्म के खिलाफ चिकित्सा अधीक्षक ने दर्ज की शिकायत
पुलिस ने कहा कि उन्हें सरकारी धन के कथित गबन के संबंध में राजेंद्र प्रसाद आई सेंटर, एम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अनूप डागा से शिकायत मिली है । राजेंदर ने आरोप लगाया कि लिनन की वस्तुओं आदि की खरीद के लिए 5 करोड़ रुपये (जांच के दौरान 13.85 करोड़ रुपये तक) की हेराफेरी की गई है ।
धन के गबन में निजी फर्म का मालिक गिरफ्तार
एक प्रारंभिक जांच से पता चला कि कंपनी के खाते के विवरण में उन वस्तुओं के भुगतान की पुष्टि की गई थी जो कभी वितरित नहीं किए गए थे ।
आगे की जांच में, पुलिस को पता चला कि नकली आपूर्ति आदेशों के आधार पर सामान खरीदा गया था । माल के लिए भुगतान यानी लिनन आइटम आपूर्तिकर्ता फर्म को जारी किए गए थे लेकिन इसे कभी भी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली को नहीं दिया गया था ।
फर्म ने जमा की फर्जी भुगतान रसीद
जांच के दौरान ई-वे बिल की जांच से पता चला कि फर्म ने उन सामानों की डिलीवरी के लिए इस्तेमाल किए गए वाहनों को एम्स को उल्लिखित तारीखों पर दिखाया है ।
इस मामले में की गई गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि एम्स में बनाए गए सभी मैनुअल और डिजिटल रिकॉर्ड एम्स के कर्मचारियों की मिलीभगत से आरोपी के आपराधिक कृत्यों को दर्शाते हैं ।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, उत्पादों की खरीद के मामले में सरकारी धन के कथित गबन पर टिप्पणी करते हुए, अतिरिक्त सीपी (ईओडब्ल्यू) आरके सिंह ने कहा, "जाली आपूर्ति आदेशों के जवाब में, आरोपी फर्म ने माल की भौतिक डिलीवरी के बिना केवल चालान, डिलीवरी चालान जमा किए ।" रिपोर्ट आगे बताती है कि कंपनी कई सालों से एम्स के साथ सप्लायर और बिजनेस में काम करती है ।