दिल्ली के हिंदू राव अस्पताल में लापरवाही का मामला, पिछले 2 हफ्ते में 23 कोविड मरीज हुए गायब
By दीप्ती कुमारी | Updated: May 9, 2021 11:50 IST2021-05-09T11:50:09+5:302021-05-09T11:50:09+5:30
दिल्ली के हिंदू राव अस्पताल से 23 कोविड संक्रमित मरीज लापता हो गए है। इस मामले में अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि मरीज बिना बताए अस्पताल से गायब हुए हैं।

फोटो सोर्स - सोशल मीडिया
दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली के हिंदू राव अस्पताल से एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है। इस अस्पताल से कम से कम 23 कोविड पॉजिटिव मरीज पिछले लगभग दो सप्ताह में गायब हो गए है। हैरानी की बात ये भी है कि अस्पताल प्रशासन को भी इस बारे में भनक नहीं है कि मरीज कहां गए।
अस्पताल को ये भी नहीं मालूम है कि लापता हुए मरीज किसी दूसरे अस्पताल में भर्ती हुए हैं या फिर अपने घर चले गए हैं। इस अस्पताल को उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा चलाया जाता है। अस्पताल के अधिकारियों और उत्तरी नगर निगम ने कहा कि सभी मरीज 19 मई से 6 अप्रैल के बीच लापता हुए है।
हिंदू राव अस्पताल से पहले भी भागे हैं कोरोना मरीज
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल में मरीज के बिना चिकित्सीय सलाह के इस तरह अस्पताल छोड़कर भागने की घटना पहली बार नहीं हुई है। पिछले साल जून में भी अस्पताल से पांच कोविड मरीज अधिकारियों को सूचित किए बिना चले गए थे ।
उत्तरी निगम के मेयर जय प्रकाश ने शनिवार को कहा कि सभी 23 रोगी अलग-अलग तारीखों में अस्पताल से गए है और एक साथ गायब नहीं हुए हैं । उन्होंने कहा कि कई मामलों में मरीज दूसरे अस्पताल में बेहतर सुविधा के लिए जाते हैं । यह दिल्ली सरकार द्वारा चलाए अस्पतालों में भी होता है । प्रकाश ने कहा, 'हमने इस मामले में पुलिस को सूचित किया है कि ताकि हम मरीजों का पता लगाया जा सके क्योंकि वे कोविड पॉजिटिव है तो दूसरों को भी संक्रमित कर सकते हैं।'
दिल्ली पुलिस ने नहीं मिली है कोविड मरीजों के भागने की सूचना
इस बीच दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर बताया है, 'हमें न तो अस्पताल के अधिकारियों और न ही संबंधित सिविक एंजेसियों द्वारा लापता मरीजों के बारे में सूचित किया गया है । '
हिंदू राव अस्पताल को 19 अप्रैल को कोविड-19 मरीजों के लिए घोषित किया गया था। तब से कम से कम 800 रोगियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, एक डॉक्टर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि अस्पताल में खराब बुनियादी ढांचे और स्वच्छता के अभाव के कारण कई मरीजो ने अस्पताल छोड़ दिया है।