पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह की हत्या के दोषी की सजा हुई कम, पोते ने बताया काला दिन
By रामदीप मिश्रा | Published: September 30, 2019 03:01 PM2019-09-30T15:01:29+5:302019-09-30T15:01:29+5:30
बेअंत सिंह की 31 अगस्त, 1995 को हत्या कर दी गई थी। उन्हें पंजाब में आतंकवाद को खत्म करने का श्रेय दिया जाता है। 31 अगस्त, 1995 को चंडीगढ़ में सिविल सचिवालय के बाहर एक विस्फोट में तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की मौत हो गई थी।
गृह मंत्रालय ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या मामले के दोषी बलवंत सिंह राजोआना की मौत की सजा को उम्रकैद में बदलने का फैसला किया, जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री पोते रवनीत बिट्टू ने इसे चौकाने वाला और काला दिन करार दिया। दरअसल, बलवंत सिंह की सजा कम करने की जानकारी अधिकारियों ने दी है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, रवनीत बिट्टू का कहना है कि उसने खबरें सुनी हैं कि बीएल राजोआना (बेअंत सिंह की हत्या के मामले में दोषी) को मौत की सजा को उम्रकैद में बदल दिया गया है। केंद्र का यह फैसला चौंकाने वाला है, अगर यह सच है तो यह एक काला दिन होगा।
Ravneet Bittu, Congress MP and grandson of former Punjab CM Beant Singh: I have heard reports that death sentence of BL Rajoana (convict in Beant Singh's assassination case) has been commuted to life term. This decision by Centre is shocking, it will be a black day if it is true. pic.twitter.com/JblxmvnnjC
— ANI (@ANI) September 30, 2019
बता दें बेअंत सिंह की 31 अगस्त, 1995 को हत्या कर दी गई थी। उन्हें पंजाब में आतंकवाद को खत्म करने का श्रेय दिया जाता है। 31 अगस्त, 1995 को चंडीगढ़ में सिविल सचिवालय के बाहर एक विस्फोट में तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की मौत हो गई थी। आतंकी हमले में सोलह अन्य लोगों की भी जान चली गई थी।
एक अधिकारी ने कहा कि बलवंत सिंह राजोआना की मौत की सजा को बदलने पर फैसला कर लिया गया है। औपचारिक अधिसूचना जारी करने की प्रक्रिया चल रही है। गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब में आतंकवाद के दौरान अपराध करने के लिए देश की विभिन्न जेलों में बंद आठ सिख कैदियों को सरकार श्री गुरु नानक देवजी की 550वीं जयंती पर मानवीय आधार पर रिहा करेगी। वहीं, आठ कैदियों में लाल सिंह, दविंदर पाल सिंह भुल्लर, हरजिंदर सिंह, गुरदीप सिंह खेरा, वारिम सिंह, सुभेग सिंह, नंद सिंह और बलराम सिंह का नाम शामिल है।