चक्रवाती तूफान यास से निपटने की तैयारी तेज, सैन्य विमानों और नौसेना के जहाजों को रखा गया अलर्ट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 23, 2021 22:34 IST2021-05-23T22:34:58+5:302021-05-23T22:34:58+5:30
सैन्य विमानों और लड़ाकू जहाजों को बचाव और राहत कार्यां के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है। थलसेना, वायुसेना और नौसेना की राहत टीमों को स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है।

तूफान यास से निपटने के लिए वायुसेना और नौसेना के विमान और जहाज तैयार (फोटोः एएनआइ)
अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान तौकते के बाद अब बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान यास से निपटने की चुनौती है। देश में सैन्य विमानों और लड़ाकू जहाजों को बचाव और राहत कार्यों के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है। थलसेना, वायुसेना और नौसेना की राहत टीमों को स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है। बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बना है। जिसके चलते यह चक्रवाती तूफान बन सकता है। माना जा रहा है कि यह चक्रवाती तूफान 26 मई को पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों से टकरा सकता है। इसे यास का नाम दिया गया है।
भारतीय वायुसेना के प्रवक्ता विंग कमांडर आशीष मोघे ने बताया कि वायुसेना के एक सी-17, एक आइएल-76, तीन सी-130, चार एएन-32 और दो डोनियर परिवहन विमानों को लोगों को बचाने और मदद पहुंचाने के लिए रखा गया है। इसके साथ ही 11 एमआइ-17वी5, दो चेतक, तीन चीता, दो ध्रुव और सात एमआइ-17 हेलिकॉप्टर भी किसी भी आपात परिस्थिति से निपटने के लिए अलर्ट रहेंगे।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, रविवार को वायुसेना ने एनडीआरएफ के 950 लोगों और करीब 70 टन सामान को जामनगर, वाराणसी और पटना से कोलकाता, भुवनेश्वर और पोर्ट ब्लेयर पहुंचाया। इसमें 15 विमानों का इस्तेमाल किया गया।
इसके साथ ही नौसेना के मानवीय सहायता एवं आपदा राहत समूह (एचएडीआर) की 10 टीमें भुवनेश्वर और कोलकाता और जबकि पांच पोर्ट ब्लेयर में तैयार है। पूर्वी नौसेना कमांड के आठ जहाजों को प्रभावित लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने के काम के लिए तैयार रखा गया है। साथ ही स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए पांच तैराक टीमों और दस बाढ़ राहत दलों को कोलकाता और भुवनेश्वर में तैनात किया गया है। अंडमान और निकोबार की अलग-अलग जगहों पर सात बाढ़ राहत दलों और दो तैराक दलों को तैनात किया गया है। नौसेना के विमानों और हेलिकॉप्टर को विशाखापट्टनम और पोर्ट ब्लेयर में खोज एवं राहत कार्यां के लिए अलर्ट पर रखा गया है।
साथ ही कोस्ट गार्ड की 31 आपदा राहत टीमों को भी तैनात किया गया है। मेडिकल टीमों और एम्बुलेंस को भी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा गया है।