चक्रवाती तूफान अम्फानः NDRF के सामने दोहरी चुनौती, कोविड-19 के साथ-साथ cyclone amphan, 37 टीम तैयार
By भाषा | Published: May 18, 2020 06:01 PM2020-05-18T18:01:55+5:302020-05-18T18:04:04+5:30
चक्रवात ‘अम्फान’ तेजी से आगे बढ़ रहा है। ओडिशा, केरल और कर्नाटक सहित कई राज्य में चेतावनी जारी कर दी गई है। एनडीआरएफ की टीम तैयार है और इलाके में दौरा कर लोगों को निकालने का काम कर रही है।
नई दिल्लीः कोविड-19 और चक्रवात ‘अम्फान’ की ‘‘दोहरी चुनौतियों’’ का सामना करने के लिए एनडीआरएफ ने अपनी टीम की संख्या 20 और बढ़ाकर 37 कर ली है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के निदेशक एस. एन. प्रधान ने कहा कि बल सभी उपकरणों और सामान के साथ उत्पन्न हो रही स्थिति का सामना करने को तैयार है, जिसके लिए मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि ‘‘आज शाम तक चक्रवात प्रचंड तूफान का रूप ले सकता है और कुछ समय तक ऐसा ही रहेगा’’।
प्रधान ने एक वीडियो संदेश में कहा ‘‘ पश्चिम बंगाल और ओडिशा में एनडीआरएफ ने कुल 37 टीमों को तैनात किया गया है, जिसमें से 20 काम में जुट गए हैं और अन्य 17 पूरी तरह तैयार हैं।’’ एनडीआरएफ ने रविवार को इस अभियान के लिए 17 टीमों को निर्धारित किया था। एक टीम में करीब 45 कर्मी होते हैं।
डीजी ने कहा कि इन्हें पश्चिम बंगाल के सात और ओडिशा के छह जिलों में तैनात किया गया है। प्रधान ने कहा, ‘‘ चक्रवात ‘अम्फान’ के कोविड-19 संकट के दौरान आने से चुनौती दोहरी हो गई है। इसलिये हम दोहरी चुनौती का सामना कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इन क्षेत्रों में एनडीआरएफ की टीमों द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों के तहत स्थानीय लोगों को चक्रवात और कोरोना वायरस के बारे में बताया जा रहा है।’’ गृह मंत्रालय ने पहले बताया था कि चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ सोमवार शाम तक विकराल रूप धारण कर सकता है और इस दौरान हवा 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है।
मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकारों को जारी परामर्श में कहा कि ‘अम्फान’ अब दक्षिणी बंगाल की खाड़ी के मध्य हिस्सों और पास की मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर मौजूद है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी चक्रवात के कारण पैदा हो रही स्थिति की समीक्षा करने के लिए आज शाम एक उच्च स्तरीय बैठक करेंगे।
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— ѕαtчα prαdhαnसत्य नारायण प्रधान ସତ୍ଯପ୍ରଧାନ-DG NDRF (@satyaprad1) May 17, 2020
सोमवार शाम तक विकराल रूप ले लेगा चक्रवात ‘अम्फान’, स्थिति की समीक्षा के लिये मोदी करेंगे बैठक
चक्रवाती तूफान ‘अम्फान’ सोमवार शाम तक विकराल रूप ले लेगा और इसके चलते ओडिशा के तटीय इलाकों और पश्चिम बंगाल की गंगा नदी के पास के इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘अम्फान’ से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा करने के लिए आज शाम उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ प्रधानमंत्री की बैठक शाम चार बजे होगी। मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकारों को जारी परामर्श में कहा कि ‘अम्फान’ सोमवार सुबह दक्षिणी बंगाल की खाड़ी के मध्य हिस्सों और बगल की मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर मौजूद है।
मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात से तटीय ओडिशा और पश्चिम बंगाल में गंगा से लगने वाले क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होगी। ओडिशा सरकार जहां संवेदनशील इलाकों में रह रहे 11 लाख लोगों को निकालने की तैयारी कर रहा है, वहीं पश्चिम बंगाल सरकार ने तटीय जिलों के लिए अलर्ट जारी किया और राहत टीमें भेजी हैं। मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के लिए ‘ऑरेंज’ चेतावनी जारी की है और कहा कि ‘अम्फान’ 20 मई को दोपहर या शाम के दौरान अत्यंत प्रचंड तूफान के रूप में बांग्लादेश में हटिया द्वीप और पश्चिम बंगाल के दीघा के बीच पश्चिम बंगाल एवं बांग्लादेश तट के बीच से गुजरेगा। इस दौरान 155-165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी जो कभी भी 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती हैं।
विभाग ने कहा कि अत्यधिक तेज हवाओं से कच्चे घरों को बहुत ज्यादा नुकसान और ‘पक्के’ घरों को कुछ हद तक नुकसान पहुंच सकता है। मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि तेज हवाओं के कारण बिजली एवं संचार के खंभे मुड़ या उखड़ सकते हैं, रेलवे सेवाओं को कुछ हद तक बाधित कर सकते हैं और ऊपर से गुजरने वाले बिजली के तार एवं सिग्नल प्रणालियां प्रभावित हो सकती हैं तथा तैयार फसलों, खेतों-बगीचों को बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है। तटीय ओडिशा में 18 मई की शाम से कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है जबकि गजपति, गंजाम, पुरी, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा जैसे ओडिशा के तटीय जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
कोलकाता में क्षेत्रीय मौसम केंद्र के निदेशक जी के दास ने कहा कि चक्रवात के प्रभाव से उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्वी एवं पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा और हुगली समेत पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में 19 मई को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है जबकि दूर-दराज के कुछ इलाकों में भारी बारिश का अनुमान है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तटीय इलाकों में राहत सामग्रियां, सूखे मेवे और ट्रेम्पोलिन भेज दिए गए हैं। अधिकारी ने कहा, “हम किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी तरह के कदम उठा रहे हैं। विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं और राज्य आपदा प्रबंधन बल की टीमों को तैनात किया गया है। हम जन संबोधन प्रणालियों के जरिए घोषणाएं भी कर रहे हैं।”