UP: शामली में तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद के फार्महाउस पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने मारा छापा
By रामदीप मिश्रा | Updated: April 23, 2020 14:34 IST2020-04-23T14:25:18+5:302020-04-23T14:34:59+5:30
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने निजामुद्दीन मरकज मामले में 31 मार्च को मौलान साद समेत सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।

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नई दिल्लीः तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं और वह अंडर ग्राउंड हैं। दिल्ली पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। इसी सिलसिले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम उत्तर प्रदेश के शामली में कांधला के पास तब्लीगी जमात प्रमुख मौलाना साद के फार्महाउस पर पहुंची है और वहां मौजूद लोगों से पूछताछ कर रही है। बता दें, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने निजामुद्दीन मरकज मामले में 31 मार्च को मौलान साद समेत सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
इससे पहले मौलाना साद कंधालवी ने कोरोना वायरस टेस्ट करवाया है, हालांकि टेस्ट के नतीजे अभी तक नहीं आए हैं। मौलान साद 14 दिन का क्वारंटाइन पूरे कर चुके हैं। दिल्ली पुलिस ने दो दिन पहले मौलाना साद को कोरोना वायरस टेस्ट करवाने के लिए कहा था। है।
खबरों के मुताबिक, मौलाना साद लगातार अधिकारियों के संपर्क में हैं और उन्होंने नोटिसों का जवाब भी दिया है। इस संबंध में साद के वकील ने जानकारी दी है। वहीं, मौलाना साद कंधालवी ने उपचार के बाद कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त हो चुके लोगों से रक्त प्लाज्मा दान करने की अपील की थी ताकि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का इलाज किया जा सके।
The Crime Branch team of Delhi Police reaches the farmhouse of Tablighi Jamaat chief Maulana Saad, near Kandhla in Shamli in Uttar Pradesh. pic.twitter.com/sBujdBBVAP
— ANI (@ANI) April 23, 2020
एक पत्र में मौलाना ने कहा कि वह और तबलीगी जमात के कुछ अन्य सदस्यों ने खुद को पृथकवास में रखा हुआ है। यह पत्र आप विधायक अमानतुल्ला खान ने अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किया था। कंधालवी ने कहा कि खुद को पृथकवास में रखे ज्यादातर सदस्यों में कोराना वायरस की जांच में कोई संक्रमण नहीं पाया गया।
उन्होंने सोमवार को अपने अनुयायियों से अपील की थी कि वे रमजान के महीने के दौरान अपने घरों में ही नमाज अदा करें। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेसवार्ता में तबलीगी जमात का हवाला देते हुए कहा था कि पिछले महीने निजामुद्दीन के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विदेश से आए यात्रियों के कारण कोरोना वायरस का प्रसार बेहद तेजी से हुआ।