देश में 16 जनवरी से शुरू होगा टीकाकरण अभियान, वैक्सीन की पहली खेप 13 राज्यों में पहुंची, जानिए सबकुछ
By एसके गुप्ता | Updated: January 12, 2021 18:49 IST2021-01-12T18:48:05+5:302021-01-12T18:49:31+5:30
भारत में 16 जनवरी से कोविड-19 टीकारकरण अभियान शुरू होगा। इसका फैसला देश में कोरोना महामारी की वर्तमान स्थिति और टीकाकरण के मद्देनजर राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों की तैयारियों का जायजा लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा एक उच्च स्तरीय बैठक में किया गया था।

राजेश भूषण ने कहा कि "विश्व के अनेक देशों में एक से अधिक वैक्सीन का उपयोग किया जा रहा है। (file photo)
नई दिल्लीः देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू हो रहा है। वैक्सीन की पहली खेप 13 राज्यों में पहुंच गई है। 14 जनवरी तक 1.65 करोड़ वैक्सीन डोजेज भारत के विभिन्न राज्यों में पहुंच जाएगी।
केंद्र को सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक ने करार के तहत कोवैक्सीन और कोवीशील्ड की आपूर्ति शुरू कर दी है। मंगलवार शाम तक 54.72 लाख डोज विभिन्न सेंटरों पर पहुंच चुकी थीं। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने प्रेसवार्ता में जानकारी दी कि चार कंपनियां- जायडस कैडिला, स्पूतनिक वी, बायलॉजिकल इवांस और जिनोवा अपने-अपने टीकों के इमरजेंसी अप्रूवल के लिए आवेदन देने वाली हैं।
यानी, भारत में उलब्ध कोरोना वैक्सीन की संख्या दो से बढ़कर छह हो जाएगी। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या आप अपनी पसंद वाली वैक्सीन लगवा पाएंगे। स्वास्थ्य सचिव ने वैक्सीनेशन अभियान में पसंद की वैक्सीन लगवाने की च्वाइस से साफ मना किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि "विश्व के अनेक देशों में एक से अधिक वैक्सीन का उपयोग किया जा रहा है। किसी भी देश में लाभार्थियों के लिए वैक्सीन च्वाइस का विकल्प उपलब्ध नहीं है।"
भारतीय चिकित्सा परिषद ने वैक्सीन का समर्थन किया है
कोरोना वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवालों पर नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा, "भारतीय चिकित्सा परिषद ने वैक्सीन का समर्थन किया है। वैक्सीन को लेकर किसी भी तरह का संदेह नहीं होना चाहिए। वैक्सीन बहुत कारगर है।" उन्होंने देशवासियों से टीकाकरण अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की।
उन्होंने बताया, "एंबुलेंस चालक से लेकर चिकित्सा अधिकारी तक सबको वैक्सीन दी जाएगी। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने वैक्सीन की दो डोज के बीच के अंतराल को लेकर कहा कि वैक्सीन के दो खुराक के बीच 28 दिनों का अंतर होगा। दोनों खुराक देने के बाद ही वैक्सीन का प्रभाव दिखेगा।
कोरोना वायरस के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा हो पाती
उन्होंने बताया कि चूंकि वैक्सीन की पहली डोज लगने के 14 दिनों बाद ही कोरोना वायरस के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा हो पाती है, इसलिए टीका लगते ही खुद को कोरोना से सुरक्षित मानने की भूल नहीं करें। जिस तरह मास्क पहनते हैं और दो गज की दूरी के नियमों का पालन करते हैं, उसे आगे भी जारी रखें।
सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट से 200 रुपए प्रति डोज के हिसाब से 1.10 करोड़ कोवीशील्ड डोजेट और 206 रुपए प्रति डोज भारत बायोटेक से कोवाक्सीन की 55 लाख डोज खरीदी का करार किया है। यह डोज 14 फरवरी तक देश के विभिन वैक्सीनेशन केंद्रों पर पहुंच जाएगी।
राजेश भूषण ने अन्य देशों की कोरोना वैक्सीन की कीमत से देश में निर्मित वैक्सीन की कीमत की तुलना करते हुए कहा कि क्योंकि यह वैक्सीन देश में ही निर्मित की गई हैं। इसलिए इनकी कीमत अन्य वैक्सीन की तुलना में कम है।