गुजरात में कोरोना वायरस से संक्रमितों मरीजों की संख्या 2200 पार, महाराष्ट्र के बाद दूसरे नंबर पर पहुंचा, 95 मौतें
By भाषा | Updated: April 22, 2020 16:32 IST2020-04-22T16:32:50+5:302020-04-22T16:32:50+5:30
भारत में कोविड-19 के कारण मरने वाले लोगों की संख्या 640 हो गई और संक्रमण के मामले 19,984 पर पहुंच गए। सबसे ज्यादा केस और मौतें महाराष्ट्र में दर्ज किए गए हैं और गुजरात दूसरे नंबर पर है.

लोकमत फाइल फोटो
गुजरात में बुधवार को 94 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 2,272 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि ने कहा कि कोरोना वायरस से पांच और मरीजों की मौत के साथ मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 95 हो गई है। अब तक 144 लोगों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई है। राज्य में अब भी 2,033 लोगों का इलाज चल रहा हैं तथा कुल 38,059 लोगों की जांच की गई है।
94 नए मामलों में से अहमदाबाद से 61, सूरत से 17, वडोदरा से आठ, अरावली से पांच, बोटाड से दो और राजकोट से एक मामला सामने आया। जिलेवार अभी तक अहमदाबाद से 1,434 मामले, सूरत से 364, वडोदरा से 207, राजकोट से 41, भावनगर से 32, आनंद से 28, भारूच से 24, गांधीनगर और अरावली से 17-17, पाटण तथा बनासकांठा से 15-15 तथा नर्मदा से 12 और पंचमहल से 11 मामले सामने आए हैं।
इसके अलावा बोटाड से नौ मामले, छोटा उदयपुर और मेहसाणा से सात-सात, कच्छ से छह, दाहोद से चार, पोरबंदर, गिर सोमनाथ, खेड़ा, साबरकांठा, महीसागर तथा वलसाड से तीन-तीन और जामनगर, मोरबी, तापी तथा नवसारी से एक-एक मामला सामने आया। जिन पांच और लोगों की मौत हुई है उनमें से चार अहमदाबाद से जबकि एक वलसाड के मरीज की सूरत के एक अस्पताल में मौत हुई।
अधिकारी ने बताया कि वलसाड के 21 वर्षीय मरीज को ब्रेन ट्यूमर भी था जबकि अहमदाबाद के 52 वर्षीय मरीज को लीवर की बीमारी थी। तीन अन्य मृतकों को पहले से कोई बीमारी नहीं थी। अहमदाबाद में अभी तक 57 लोगों की मौत हुई है। रवि ने बताया कि जिन 2,033 लोगों का अब भी इलाज चल रहा है उनमें से 13 मरीजों की हालत गंभीर है और वे वेंटीलेटर पर है जबकि 2,020 की हालत स्थिर है।
राज्य में अब तक कुल 38,059 नमूनों की जांच हुई है जिनमें से पिछले 24 घंटे में 2,516 लोगों की जांच हुई है। गुजरात में कुल 32,317 लोग निगरानी में हैं जिनमें से 28,591 घर पर पृथक रह रहे हैं जबकि 3,426 सरकारी केंद्रों और 300 लोग निजी केंद्रों में पृथक रह रहे हैं।