तीसरे फेज में 77.8% असरदार Covaxin, 25,800 लोगों पर टेस्ट, जानें सबकुछ

By वैशाली कुमारी | Updated: June 22, 2021 18:54 IST2021-06-22T18:54:32+5:302021-06-22T18:54:32+5:30

सूत्रों के मुताबिक टेस्ट डेटा और परिणामों के अध्ययन के बाद मंगलवार को डीसीजीआई की विषय विशेषज्ञ समिति द्वारा अप्रूवल के लिए सिफारिश की गई।

Covaxin 77.8% effective in the third phase, may soon get recognition from WHO | तीसरे फेज में 77.8% असरदार Covaxin, 25,800 लोगों पर टेस्ट, जानें सबकुछ

भारत बायोटेक की कोवैक्सिन COVID-19 से बचाव में 77.8 प्रतिशत प्रभावी है।

Highlightsडेटा अभी तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त, पीयर-रिव्यू जर्नल में प्रकाशित नहीं हुआ है।तीसरे फेज के परिणामों का पहला अंतरिम विश्लेषण, मार्च में प्रस्तुत किया गया।

नई दिल्ली: पूरे भारत में 25,800 प्रतिभागियों पर किए गए तीसरे चरण के टेस्ट के आंकड़ों के अनुसार, भारत बायोटेक की कोवैक्सिन COVID-19 से बचाव में 77.8 प्रतिशत प्रभावी है।

सूत्रों के मुताबिक टेस्ट डेटा और परिणामों के अध्ययन के बाद मंगलवार को डीसीजीआई की विषय विशेषज्ञ समिति द्वारा अप्रूवल के लिए सिफारिश की गई।  हफ्ते के आखिरी दिन में डीसीजीआई को डेटा प्रस्तुत किया गया था। डेटा अभी तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त, पीयर-रिव्यू जर्नल में प्रकाशित नहीं हुआ है।

इस महीने की शुरुआत में भारत बायोटेक ने कहा था कि इसका प्रकाशन रेगुलेटर को सौंपे जाने के बाद ही होगा। तीसरे फेज के परिणामों का पहला अंतरिम विश्लेषण, मार्च में प्रस्तुत किया गया। इसमे सामने आया कि दूसरी खुराक के बाद पूर्व संक्रमण के अलावा लोगों में COVID-19 को रोकने में कोवैक्सिन 81 प्रतिशत प्रभावी थी।

 उस स्तर पर उपलब्ध और विश्लेषण किए गए डेटा ने भी संक्रमण के मामले में अस्पताल में भर्ती होने की संभावना में 100 प्रतिशत की कमी दिखाई। तीसरे चरण के डेटा अप्रूवल से भारत बायोटेक को विश्व स्वास्थ्य संगठन से ईयूएल (आपातकालीन उपयोग लिस्ट ) सुरक्षित करने में भी मदद मिलेगी।

अपेक्षित डेटा और डॉक्यूमेंट्स को अंतिम रूप से जमा करने के लिए कंपनी बुधवार को डब्ल्यूएचओ अधिकारियों के साथ 'प्री-सबमिशन' बैठक आयोजित करेगी। इस बैठक में दिशानिर्देशों पर चर्चा की जाएगी। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक भारत बायोटेक ने 90 फीसदी जरूरी कागजी कार्रवाई पहले ही जमा कर दी थी।

पिछले महीने भारत बायोटेक ने कहा था कि उसे सितंबर तक कोवैक्सिन के लिए डब्ल्यूएचओ की मंजूरी मिलने की उम्मीद है। डब्ल्यूएचओ से  ईयूएल कंपनी को कोवैक्सिन का निर्यात करने और दवा के साथ टीकाकरण करने वाले भारतीयों के लिए आसान अंतरराष्ट्रीय यात्रा को सक्षम करने की अनुमति देगा जिसे अभी तक कुछ विदेशी सरकारों द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है।

अप्रूव्ड फेज III डेटा संदेह को हल करने में मदद करेगा क्योंकि सरकार संभावित तीसरी लहर के लिए टीकाकरण की गति बढ़ाने और वायरस के म्यूटेंट संस्करणों से बचाने के लिए विचार कर रही है। सोमवार को सरकार के नए सिरे से टीकाकरण के पहले दिन - खुराक की रिकॉर्ड संख्या 88.09 लाख एडमिनिस्ट्रेट की गई।  उनमें से लगभग 3.2 करोड़ कोवैक्सिन खुराक थे।

अब अगले कुछ महीनों में उन संख्याओं को बनाए रखने की चुनौती है, जिसमें विशेष बाधाएं खुराक की आपूर्ति और देश के कम सुलभ हिस्सों तक पहुंचाना है। कोवैक्सिन के अलावा, एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी वैक्सीन (भारत में कोविशील्ड के रूप में निर्मित ) और रूस की स्पुतनिक वी इस समय उपलब्ध एकमात्र अन्य शॉट हैं।  सरकार ने कहा है कि वह अपने टीकों के उपयोग के लिए अमेरिकी फार्मा दिग्गज फाइजर और मॉडर्ना के साथ भी काम कर रही है।

Web Title: Covaxin 77.8% effective in the third phase, may soon get recognition from WHO

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