Coronavirus: उज्जैन में महामारी और प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए जिला कलेक्टर ने की चौबीस खंबा देवी की पूजा
By बृजेश परमार | Published: May 3, 2020 10:59 PM2020-05-03T22:59:15+5:302020-05-03T22:59:15+5:30
उज्जैन के धार्मिक नगरी होने के कारण यहां स्थित चौबीस खंबा देवी पूजा का विशेष महत्व है। मान्यता है कि देवी महामाया-महालया के पूजन से प्राकृतिक आपदा एवं महामारी से बचाव होता है।
मध्य प्रदेश के उज्जैन में भी कोविड-19 के संक्रमण से 40 दिन में करीब 31 लोगों की मौत हो चुकी है। रविवार को सुबह उज्जैन जिला कलेक्टर ने जिले में फैल रही कोरोना महामारी को रोकने को लेकर चौबीस खंबा स्थित देवी महामाया ओर महालया माता मंदिर में पूजन किया।
उज्जैन के धार्मिक नगरी होने के कारण यहां स्थित चौबीस खंबा देवी पूजा का विशेष महत्व है। मान्यता है कि देवी महामाया-महालया के पूजन से प्राकृतिक आपदा एवं महामारी से बचाव होता है।
वर्ष में एक बार शारदीय नवरात्र की महाअष्टमी को देवी का प्रशासनिक स्तर पर पूजन करते हुए नगर पूजा भी की जाती है। इसी के चलते उज्जैन जिला कलेक्टर मिश्र ने मंदिर पर पहुंचकर विशेष पूजा की।
पूजन अर्चन के माध्यम से उज्जैन जिला कलेक्टर ने माता से प्रार्थना की कि जल्द से जल्द इस महामारी से उज्जैन वासियों और देशवासियों को निजात मिले, इसी की कामना को लेकर मोहिनी ग्यारस पर विशेष पूजन किया गया।
इस पूजन में कलेक्टर ने माता को हार फूल चढ़ाकर चुनरी उड़ाई। प्राचीन किवदंती है कि उज्जैन के राजा विक्रमादित्य भी अपनी प्रजा की खुशहाली, प्राकृतिक आपदा एवं महामारी से बचाने के लिए यहां पर देवी माताओं का पूजन अर्चन किया करते थे।