नई दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार (30 अप्रैल) को अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ संवाद की अपनी श्रृंखला शुरू की है। इसके तहत पहला संवाद वह भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से किया है। राहुल गांधी से बातचीत के दौरान रघुराम राजन ने कहा कि हमारी एक प्राथमिकता होनी चाहिए क्योंकि क्षमताएं सीमित हैं। हमें यह तय करने की आवश्यकता है कि अर्थव्यवस्था को साथ में कैसे रखें ताकि जब हम दोबरा शुरू करें तो यह स्वयं चलने में सक्षम हो। मुझे लगता है कि लोगों को अच्छी तरह से सुरक्षित रखना होगा।
उन्होंने कहा है कि लेकिन आपको इस महामारी का इलाज एक ऐसी स्थिति के रूप में करना होगा जो अभूतपूर्व है। हमें जरूरत पड़ने पर मानदंडों को तोड़ना होगा, जिसकी हमें जरूरत है। साथ ही साथ एक ही समय में यह भी ध्यान में रखना होगा कि हमारे पास केवल सीमित संसाधन हैं। लॉकडाउन हटाने में हमें समझदारी से काम लेना होगा, नाप-तौलकर कदम उठाने होंगे क्योंकि भारत की लोगों को लंबे समय तक खाना खिलाने की क्षमता नहीं हैं।
इस पर रघुराम राजन ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं का शायद ही कभी किसी देश में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। कई तरीके हैं जिनसे देश लाभ उठा सकते हैं। मुझे लगता है कि हम यह कह सकते हैं कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में हर चीज पर पुनर्विचार करना होगा।