Coronavirus: गुजरात में एक और मौत, मरने वाले की संख्या 4, देश भर में 873 केस, 19 मरे
By सतीश कुमार सिंह | Published: March 28, 2020 05:11 PM2020-03-28T17:11:17+5:302020-03-28T19:48:43+5:30
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि अब तक कोरोना वायरस के कुल 873 मामले सामने आए हैं और 19 मौतें हुई। कल से 149 नए मामले सामने आए हैं। हम राज्य सरकारों के साथ मिलकर समुदाय पर निगरानी, नियमित रूप से कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और रोकथाम स्ट्रेटजी को लागू करने में लगे हुए हैं।
अहमदाबादः अहमदाबाद में कोरोना वायरस संक्रमण से 46 वर्षीय महिला की मौत हो गई। गुजरात में इस महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़ कर चार हो गई है।
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते 46 वर्षीय एक महिला की यहां शनिवार को सरदार वल्लभभाई पटेल अस्पताल में मौत हो गई, जिससे गुजरात में इस महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़ कर अब चार हो गई है। अस्पताल ने एक बयान में कहा कि महिला को 26 मार्च को टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया था और तब से वह वेंटिलेटर पर थी।
उसे उच्च रक्तचाप और मधुमेह भी था। इससे पहले, गुरुवार को भावनगर में 70 वर्षीय एक बुजुर्ग की कोविड-19 के कारण मौत हो गई। अहमदाबाद और सूरत में भी एक-एक मौत हुई है। प्रदेश में अभी तक कोरोना वायरस के 53 पॉजिटिव मामले पाये गए हैं।
गुजरात में छह और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद राज्य में इसके कुल मामले बढ़कर 55 हो गए हैं। महाराष्ट्र स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 8 नए Coronavirus पॉजिटिव केस आज राज्य में पाए गए है। 7 मुंबई में और 1 नागपुर में। राज्य में पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 167 हो गई है।
एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि अब तक छह नए मामले दर्ज किए गए। प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि ने कहा, ‘‘गत शाम को छह नए मामले सामने आने से राज्य में ऐसे मामले की संख्या 55 हो गई है।’’ गुजरात में कोविड-19 के 4 मरीजों की मौत हो चुकी है। सूरत, भावनगर में एक-एक और अहमदाबाद में2 की मौत हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि अब तक कोरोना वायरस के कुल 873 मामले सामने आए हैं और 19 मौतें हुई। कल से 149 नए मामले सामने आए हैं। हम राज्य सरकारों के साथ मिलकर समुदाय पर निगरानी, नियमित रूप से कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और रोकथाम स्ट्रेटजी को लागू करने में लगे हुए हैं।
आज स्वास्थ्य मंत्रालय ने आदेश जारी किया है कि CGHS में जो हमारे पुराने मरीज़ हैं उनको 3 महीने की दवाई एक साथ जारी की जाए और मरीज़ को खुद ना जाना पड़े। हमारी और दुनिया भर की रिपोर्ट के मुताबिक उम्रदराज लोगों को ज्यादा ख़तरा है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के डॉ. रमन आर. गंगाखेडकर ने कहा कि हमारे यहां 5 लाख से ज्यादा प्रोब जो हमने अमेरिका से मंगाए थे वो आ चुके हैं, इसका मतलब है कि हम 5 लाख लोगों की अतिरिक्त टेस्टिंग कर सकते हैं।