Coronavirus Lockdown: देश के 319 जिले ग्रीन जोन में, सोमवार से राहत की उम्मीद, दिल्ली, मुंबई और पुणे को रेड सिग्नल
By एसके गुप्ता | Published: May 1, 2020 05:26 PM2020-05-01T17:26:27+5:302020-05-01T17:27:29+5:30
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदान ने ग्रीन, रेड और ओरेंज जोन को लेकर सभी राज्यों के मुख्य सचिव को दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा है कि रेड और ओरेंज जोन में कलस्टर बनाकर जांच किए जाने की जरूरत है।
कोविड-19 को ध्यान में रखकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना संक्रमितों की संख्या, डबलिंग रेट और टेस्टिंग के हिसाब से जिलों की नई लिस्ट तैयार की गई है। इसमें सरकार की ओर से सभी जिलों की ग्रीन, रेड और ओरेंज जोन में मैपिंग की गई है। जिसमें बताया गया है कि 733 जिलों में 319 जिले ग्रीप जोन में हैं। जिन्हें 3 मई को समाप्त हो रहे लॉकडाउन के समाप्त होने के बाद राहत मिलने की संभावना जताई जा रही है।
जहां कोरोना संक्रमित लोग नहीं है। जबकि 130 जिले रेड और 284 जिलों को ओरेंज जोन में रखा गया है। जहां कोरोना का खतरा बना हुआ है। रेड जोन में दिल्ली के सभी ग्यारह जिले और महाराष्ट्र के 36 में से मुंबई, पुणे, थाणे, नासिक, पालघर, नागपुर, सोलापुर, यवतमाल, औरंगाबाद, सतारा, धुले, अकोला, जलगांव, मुंबई सुबरबन सहित 14 जिले रेड जोन में हैं।
अच्छी खबर यह है कि महाराष्ट्र के उस्मानाबाद, वाशिम, सिंधुदुर्ग, गोंडिया, गढ़चिरौली, वर्धा जिले कोरोना मुक्त होने के कारण ग्रीन जोन में हैं। अच्छी खबर यह है कि गोवा कोरोना संक्रमण से पूरी तरह मुक्त है नॉर्थ और साउथ गोवा को ग्रीन जोन घोषित किया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदान ने ग्रीन, रेड और ओरेंज जोन को लेकर सभी राज्यों के मुख्य सचिव को दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा है कि रेड और ओरेंज जोन में कलस्टर बनाकर जांच किए जाने की जरूरत है। जहां भी कोविड-19 के पॉजिटिव केस मिलें, उन्हें वहीं क्वारंटाइन करने के साथ उनके संपर्क में आए लोगों की मैपिंग कर उन्हें क्वारनटाइन किया जाए।
अच्छी खबर यह है कि नए नियमों के अनुसार अब अगर किसी जिले में 21 दिनों से कोई कोरोना वायरस का नया केस नहीं आता है, तो वह ग्रीन जोन में आएगा। पहले ये समय 28 दिनों का था। फिलहाल यह माना जा रहा है कि 3 मई के बाद बाकी लिस्ट के लिए 130 जिले रेड जोन, 284 ऑरेंज जोन और 319 जिले ग्रीन जोन में शामिल किए गए हैं।
लव अग्रवाल ने कहा है कि रेड या ओरेंज जोन में आने वाले क्षेत्रों में अगर काम ठीक चल रहा है और वहां स्थिति में सुधार हो रहा है और 21 दिन तक कोई केस नहीं रहता है तो उस जोन को ग्रीन जोन में बदला जा रहा है। जहां 14 दिन से कोई केस नहीं आया है वह ओरेंज जोन हैं। जहां कोरोना पॉजिटिव केस मिल रहे हैं वह रेड जोन हैं।
लेकिन राज्यों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वे कलस्टर बनाकर पूरी मुस्तैदी के साथ ग्रीन, रेड और ओरेंज सभी जोन में काम करें। कहीं भी कोई कोताही न बरती जाए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने अभी भी मुंबई, पुणे, नागपुर, औरंगबाद और दिल्ली को रेड जोन में ही रखा है। महाराष्ट्र के 14, दिल्ली के 11, तमिलनाडु के 12, उत्तर प्रदेश के 19, बंगाल के 10, गुजरात के 9, मध्य प्रदेश के 9, राजस्थान के 8 जिले रेड जोन में शामिल हैं।
बॉक्स :
महाराष्ट्र
14 रेड जोन : मुंबई, पुणे, थाणे, नासिक, पालघर, नागपुर, सोलापुर, यवतमाल, औरंगाबाद, सतारा, धुले, अकोला, जलगांव, मुंबई सुबरबन।
6 ग्रीन जोन : उस्मानाबाद, वाशिम, सिंधुदुर्ग, गोंडिया, गढ़चिरौली, वर्धा
गोवा : कोई रेड जोन नहीं नॉर्थ और साउथ गोवा दोनों ग्रीन जोन में हैं।
दिल्ली : यहां सभी 11 जोन रेड हैं।
गुजरात
9 रेड जोन: अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, आणंद, बनासकांठा, पंचमहल, भावनगर, गांधीनगर, अरावली।
5 ग्रीन जोन: मोरबी, अमरेली, पोरबंदर, जूनागढ़, देवभूमि द्वारका।
बिहार
5 रेड जोन : मुंगेर, पटना, रोहतास, बक्सर, गया।
13 ग्रीन जोन: शेखपुरा, अररिया, जमुई, कटिहार, खगड़िया, किशनगंज, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, सहरसा, समस्तीपुर, शिवहर, सीतामढ़ी, सुपौल।
मध्यप्रदेश :
9 रेड जोन : इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, धार, बरबानी, ईस्ट निमार, देवास, ग्वालियर।
24 ग्रीन जोन : रेवा, अशेक नगर, राजगढ, शिवपुरी, अनूपपुर, बालघाट, भींड, छत्तरपुर, दमोह, दंतिया, गुना, झबुआ, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, नीमच, पन्ना, सतना, सिहौर, सिओनी, सिद्धी, उमरिया, सिंगरौली और निवारी।