COVID-19: बिहार में दारोगा की गई जान, मरने वालों की संख्या 33, कुल केस 5000 के पार
By एस पी सिन्हा | Updated: June 9, 2020 17:23 IST2020-06-09T17:23:45+5:302020-06-09T17:23:45+5:30
सोमवार की देर रात यह रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इस मौत के साथ बिहार में कोरोना से मरने वालों की संख्या 33 पहुंच हो गई है. इसी बीच पुलिस लाइन के 69 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. सभी के सैम्पल जांच के लिए भेजे जाएंगे.

पुलिस लाइन में रहते हुए उनकी तबीयत बिगड़ गई. उन्हें हाई फीवर था और उल्टी भी हो रही थी. (file photo)
पटनाः बिहार में बेकाबू होते कोरोना के बीच इस संक्रमण से राज्य में पहली बार एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई है. औरंगाबाद पुलिस लाइन में बक्सर के एक दारोगा की हुई मौत मामले में कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
रिपोर्ट आने से हड़कंप मच गया है. पूर्व में ट्रूनेट मशीन से भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद सैंपल को जांच के लिए पटना भेजा गया था. सोमवार की देर रात यह रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इस मौत के साथ बिहार में कोरोना से मरने वालों की संख्या 33 पहुंच हो गई है. इसी बीच पुलिस लाइन के 69 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. सभी के सैम्पल जांच के लिए भेजे जाएंगे.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बक्सर जिले के रहने वाले दारोगा की प्रतिनियुक्ति ओबरा प्रखंड के खुदवा थाना में थी. इस दौरान उनकी ड्यूटी हसपुरा क्वॉरेंटाइन सेंटर पर लगा दी गई थी. 27 मई को वे गोदाम से संबंधित चार्ज देने के लिए पुलिस लाइन आए हुए थे.
पुलिस लाइन में रहते हुए उनकी तबीयत बिगड़ गई
अफीम, गांजा सहित अन्य नशीले पदार्थों से संबंधित गोदाम का चार्ज देने के लिए उन्हें बुलाया गया था. पुलिस लाइन में रहते हुए उनकी तबीयत बिगड़ गई. उन्हें हाई फीवर था और उल्टी भी हो रही थी. इलाज करा कर उन्हें दवा दी गई, लेकिन उनकी तबीयत नहीं सुधरी. रविवार की सुबह उनकी अचानक मौत हो गई.
इसके बाद प्रशासन के स्तर से ट्रू नेट मशीन से जांच कराई गई. अब दूसरी जांच रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई है. इसकी पुष्टि जिले के एसपी दीपक वर्णवाल ने भी की है. अब दारोगा के शव को प्रशासन की देखरेख में जलाया जाएगा. दो दिनों से सदर अस्पताल में दारोगा के शव को रखा गया था.
अब निर्धारित मापदंडों के अनुरूप शव को जलाया जाना है. इस संबंध में एसपी दीपक वर्णवाल ने बताया कि परिजन चाहे तो लाश को बक्सर भिजवाने की व्यवस्था की जा सकती है. हालांकि क्विक मेडिकल रिस्पांस टीम को यह जिम्मा दिया गया है. उनके स्तर से ही लाश को जलाया जाएगा.
दारोगा को बीपी, शुगर आदि बीमारियां भी थी
उन्होंने कहा कि पुलिस लाइन में आने के बाद मामूली रूप से उनकी तबीयत खराब थी और अचानक मौत हो गई. दारोगा को बीपी, शुगर आदि बीमारियां भी थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट हो पाएगा कि उनकी मौत की असली वजह क्या थी? उन्होंने कहा कि कोरोना में मौत होने पर सरकार के स्तर से जो मुआवजा निर्धारित है, वह दिलाने का प्रयास किया जाएगा.
यहां बता दें कि बिहार में अब तक कोरोना से 33 लोगों की मौत हो चुकी है. खगडिया और बेगूसराय में अब तक सबसे ज्यादा 3-3 लोगों की मौत हुई है. इसके अलावा बिहार में पटना, सीतामढी, सीवान, भोजपुर और वैशाली के रहने वाले दो-दो मरीजों की मौत हो गई है.
इसके साथ ही दरभंगा, मुजफ्फरपुर, अररिया, कटिहार, भागलपुर, नवादा, जमुई, मधेपुरा, जहानाबद, नालंदा, समस्तीपुर, मुंगेर, मोतिहारी, शिवहर, सारण (छपरा) और सासाराम के रहने वाले एक-एक मरीजों की मौत हो चुकी है. इसके अलावे दरभंगा में एक और औरंगाबाद में एक कोरोना मरीज की मौत हो चुकी है.
