कोरोना चेतावनी: केंद्र ने राज्यों से कहा- टेस्ट बढ़ाओ, अगले चार सप्ताह भयावह होंगे, लापरवाही पड़ेगी भारी
By एसके गुप्ता | Published: April 6, 2021 07:22 PM2021-04-06T19:22:30+5:302021-04-06T20:03:36+5:30
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत में प्रति दस लाख आबादी पर कोरोना वायरस संक्रमण के मामले और मौत के आंकड़े अभी भी दुनिया में सबसे कम है।
नई दिल्लीः कोरोना संक्रमण पर केंद्र सरकार ने चेतावनी दी है कि अगले चार सप्ताह भयावह होंगे। लापरवाही लोगों को भारी पड़ सकती है।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए लोगों की भागीदारी महत्वपूर्ण है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को यह बातें प्रेसवार्ता में कही। उन्होंने कहा कि केंद्र महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और पंजाब की स्थिति को लेकर चिंतित है। महाराष्ट्र में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट फरवरी में 6 फसदी था जो अब 24 फीसदी हो गया है।
देश में सबसे अधिक कोरोना के मामले वाले 10 में से 7 जिले (पुणे, मुंबई, थाणे, नागपुर, नासिक, औरंगाबाद और अहमदनगर) महाराष्ट्र के हैं। देश के कुल कोरोना पॉजिटिव मामलों में से करीब 58 फीसदी मामले अकेले महाराष्ट्र से आ रहे हैं। कोविड से मृत्यु के मामलों के करीब 34 फीसदी मामले महाराष्ट्र से दर्ज किए जा रहे हैं।
महाराष्ट्र में फरवरी के दूसरे सप्ताह में प्रतिदिन 3 हजार औसत मामलों की तुलना में, फिलहाल रोज 44 हजार से अधिक नए मामले आ रहे हैं। दैनिक औसत दैनिक मृत्यु भी 32 से बढ़कर 250 हो गई है। हमारी चिंता का कारण यह है।
महाराष्ट्र की आरटीपीसीआर टेस्टिंग पिछले दिनों में 71 फीसदी से घटकर 60 फीसदी पर आ गई है। जबकि हम राज्यों से अपील कर रहे हैं कि कोरोना टेस्टिंग में आरटीपीसीआर टेस्टिंग को कम से कम 70 फीसदी तक लाना है। देश में कुल कोविड मामलों में से 92 फीसदी मरीज रिकवर हो चुके हैं।
कोरोना के कुल 6 फीसदी मामले छत्तीसगढ़ से आए हैं और मौतों का कुल 3 फीसदी छत्तीसगढ़ से है। कोरोना की दूसरी लहर की शुरूआत से ही छत्तीसगढ़ में न केवल संक्रमण का फैलाव ज्यादा है बल्कि मौतें भी ज्यादा हुई हैं। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि केंद्र का मकसद किसी राज्य पर उंगली उठाना नहीं है।
ये मिलजुलकर काम करने की एक्सरसाइज है, जिसमें भारत सरकार राज्य सरकारों के साथ मिल कर काम कर रही है। केंद्र ने राज्य सरकारों से आरटीपीसीआर टेस्ट बढ़ाने का अनुरोध किया गया है। देश भर में कोरोना के 3 फीसदी केस पंजाब से आ रहे हैं। यहां कोरोना से कुल 4 फीसदी मौत हो रही हैं। एक्टिव केस और मौतों के आंकड़ों के मामले में दिल्ली और हरियाणा की स्थिति पंजाब से बहुत बेहतर है।
पंजाब में आरटीपीसीआर टेस्टिंग 76 फीसदी है जो संतोजनक है। छत्तीसगढ़ में इसे सुधारने की जरूरत है। राजेश भूषण ने कहा कि हमने महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और पंजाब में 50 उच्च स्तरीय मल्टी डिसिप्लनरी स्वास्थ्य टीमों को तैनात किया है। वे महाराष्ट्र के 30 जिलों, छत्तीसगढ़ के 11 जिलों और पंजाब के 9 जिलों में जाएंगे।
सभी के लिए वैक्सीन क्यूं नहीं पर बोले स्वास्थ्य सचिव
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि बहुत से लोग पूछते हैं कि हमें सभी के लिए टीकाकरण क्यों नहीं खोलना चाहिए। इस तरह के टीकाकरण अभियान के दो उद्देश्य हैं । मौतों को रोकना और स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की रक्षा करना। इसका उद्देश्य उन लोगों को वैक्सीन का उपलब्ध करना नहीं है जो इसे चाहते हैं, बल्कि जिन्हें इसकी आवश्यकता है। यानि जिन्हें कोरोना को लेकर ज्यादा जोखिम है, उन्हें टीका देना ज्यादा जरूरी है।
नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पॉल ने कहा कि देश में महामारी का प्रभाव बढ़ गया है। चेतावनी देने के बाद भी स्थिति को ध्यान में नहीं रखा गया। कोरोना महामारी की स्थिति बदतर हो गई है और पिछली बार की तुलना में कोविड मामलों में वृद्धि की गति अधिक है। हम अभी भी महामारी को नियंत्रित कर सकते हैं।
24 घंटे कोरोना संक्रमित : 96982
24 घंटे मौत : 466
कुल सक्रिय मामले : 788223
कुल पॉजिटिव मामले : 12686049
कुल मौतें : 1.65 से ज्यादा