migrant crisis: प्रवासी कामगारों ने पुलिसकर्मियों पर किया पथराव, 100 लोग हिरासत में, आंसू गैस के गोले छोड़े

By भाषा | Published: May 18, 2020 04:10 PM2020-05-18T16:10:03+5:302020-05-18T16:12:24+5:30

अहमदाबाद में घर जाने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रवासी मजदूरों को पुलिस ने हिरास्त में लिया। पुलिस हिरास्त में एक प्रवासी मजदूर ने बताया-हमें नहीं पता किसने पत्थरबाजी की थी हम तो अपने कमरे में खा-पीकर सो रहे थे। हमें कुछ नहीं पता।

Corona virus lockdown Migrant workers pelt stones policemen 100 people custody release tear gas shells | migrant crisis: प्रवासी कामगारों ने पुलिसकर्मियों पर किया पथराव, 100 लोग हिरासत में, आंसू गैस के गोले छोड़े

पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लगभग 100 संदिग्धों को हिरासत में ले लिया।

Highlightsपुलिस अधिकारी ने कहा कि यहां PSP कंपनी के 1000 के करीब मजदूर रहते हैं। ये लोग IIM बिल्डिंग बनाने का काम करते हैं।550 के आस-पास यूपी-बिहार के लोगों को रेलवे और पुलिस ने उनके घर भेज दिया था।जो लोग यहां बचे थे पुलिस और कंपनी उनके लिए राशन पानी की व्यवस्था कर रही थी।

अहमदाबादःगुजरात के अहमदाबाद में आईआईएम अहमदाबाद और वस्त्रपुर क्षेत्र को जोड़ने वाली एक सड़क पर सोमवार को लगभग 100 प्रवासी कामगार इकट्ठा हो गए और उन्होंने पुलिस और वहां से गुजर रहे वाहनों पर पथराव किया।

पुलिस अधिकारी ने कहा कि यहां PSP कंपनी के 1000 के करीब मजदूर रहते हैं। ये लोग IIM बिल्डिंग बनाने का काम करते हैं। यहां रहने वाले 550 के आस-पास यूपी-बिहार के लोगों को रेलवे और पुलिस ने उनके घर भेज दिया था।जो लोग यहां बचे थे पुलिस और कंपनी उनके लिए राशन पानी की व्यवस्था कर रही थी।

इन प्रवासी कामगारों की मांग थी कि उन्हें तुरन्त उनके पैतृक स्थानों पर भेजा जाये। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लगभग 100 संदिग्धों को हिरासत में ले लिया। इस घटना के बारे में सूचना मिलने पर वरिष्ठ अधिकारियों समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर पहुंचा।

क्षेत्र में एक लेबर कॉलोनी के निकट रहने वाले स्थानीय निवासियों ने दावा किया कि प्रवासी श्रमिक अचानक सड़क पर आ गये और लॉकडाउन के मद्देनजर उन्हें उनके गृह राज्यों में वापस भेजने की मांग करने लगे। संयुक्त पुलिस आयुक्त अमित विश्वकर्मा ने कहा कि विभिन्न राज्यों के प्रवासी श्रमिक कई दिन से स्थानीय अधिकारियों से मांग कर रहे थे कि उन्हें जल्द से जल्द उनके गृह राज्यों में वापस भेजा जाये। उन्होंने कहा, ‘‘लगभग 400 से 500 प्रवासी श्रमिक लेबर कॉलोनी में रहते हैं और निकटवर्ती एक निर्माण स्थल पर काम करते हैं।

जब उसी मांग को लेकर उनमें से कुछ सोमवार को सड़क पर एकत्र हुए, तो स्थानीय पुलिस ने उन्हें वापस जाने और धैर्य रखने के लिए कहा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने उन्हें बताया कि प्रशासन इस मुद्दे को हल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। हालांकि, वे अचानक उग्र हो गए और पथराव करने लगे।’’

उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद लगभग 100 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। वस्त्रपुर पुलिस के निरीक्षक एम एम जडेजा ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों द्वारा लगातार पथराव के बाद शहर पुलिस ने कॉलोनी में एक तलाशी अभियान चलाया और 100 लोगों को हिरासत में लिया। उन्होंने कहा, ‘‘स्थिति अब नियंत्रण में है। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गये।’’ 

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