कोरोना वायरस से कमाई करने में लगे जालसाज, बचकर रहिए.. खा जाएंगे धोखा, पढ़ें एफडीए का यह खुलासा
By गुणातीत ओझा | Published: March 13, 2020 02:48 PM2020-03-13T14:48:15+5:302020-03-13T15:06:39+5:30
महाराष्ट्र में घटिया किस्म के 1.72 लाख रुपए के सैनिटाइज़र बरामद हुए। ये सैनिटाइज़र जिन इकाइयों में बनाए गए उनके पास उचित लाइसेंस नहीं था और वे बिना सही रसीद और दस्तावेजों के उसे दवाइयों की दुकान पर बेच रहे थे।
मुंबईःकोरोना वायरस से फैली दहशत के बीच सरकार जहां लोगों को जागरूक करने में लगी है, वहीं कुछ लोग इस महामारी से अपनी जेब मोटी करने में लगे हैं। हम बात कर रहे हैं कोरोना के फैलने के बाद इस वायरस से बचाव के लिए बिक रही चीजों में हो रही बड़ी जालसाजी की। खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने ऐसे ही जालसाजों के बारे में खुलासा किया है जो पैसे की लालच में घटिया हैंड वॉश और सैनिटाइज़र बेच रहे हैं। घटिया हैंड वॉश और सैनिटाइज़र बेचने का मामला महाराष्ट्र में प्रकाश में आया है।
महाराष्ट्र में जहां प्रशासन एक ओर कोरोना वायरस के खतरे को कम करने के उपायों में जुटा है वहीं राज्य के स्वास्थ्य नियामक को कुछ ऐसे लोगों के बारे में पता चला है जो घटिया हैंड वॉश और सैनिटाइज़र बेचकर तेजी से पैसा कमाने की होड़ में लगे हैं। अधिकारी ने बताया कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने घर में घटिया हैंड वॉश और सैनिटाइज़र बनाने वाले लोगों के खिलाफ एक अभियान चलाया है।
उन्होंने बताया कि एफडीए ने पिछले कुछ दिनों में शहर के पश्चिमी उपनगरों में स्थानीय विनिर्माण इकाइयों पर छापा मार लाखों रुपए के ऐसे उत्पाद जब्त किए हैं। अधिकारी ने बताया कि बुधवार को उपनगरीय कांदिवली में दवाइयों की दुकान का निरीक्षण करते समय एफडीए को एक व्यक्ति दुकान के मालिक को हैंड सैनिटाइज़र बेचता दिखा। उन्होंने कहा, ‘‘ एफडीए के अधिकारियों ने उसे पकड़ा और पाया कि उसके द्वारा बेचा गया सैनिटाइज़र जिस इकाई में बनाया गया है उसके पास इसके लिए लाइसेंस नहीं है। वे उसे कांदिवली में आपूर्तिकर्ता के पास ले गए, जहां से उन्हें करीब डेढ़ लाख रुपये के सैनिटाइज़र बरामद हुए।’’
उन्होंने बताया कि एफडीए के अधिकारियों ने फिर चिकित्सा उत्पादों के एक वितरक के यहां भी छापा मारा, जहां से उन्हें घटिया किस्म के 1.72 लाख रुपए के सैनिटाइज़र बरामद हुए। ये सैनिटाइज़र जिन इकाइयों में बनाए गए उनके पास उचित लाइसेंस नहीं था और वे बिना सही रसीद और दस्तावेजों के उसे दवाइयों की दुकान पर बेच रहे थे। अधिकारियों ने वकोला, कांदिवली के चारकोप स्थित कुछ इकाइयों में भी छापेमारी की।