कोरोना संक्रमित हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की तबीयत बिगड़ी, पीजीआई रोहतक से मेदांता किए गए शिफ्ट

By स्वाति सिंह | Updated: December 15, 2020 20:52 IST2020-12-15T20:45:57+5:302020-12-15T20:52:36+5:30

20 नवंबर को अनिल विज ने कोरोना की वैक्सीन 'कोवाक्सीन' की पहली डोज लगवाई थी। 5 दिसंबर को उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि वे वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना पॉजिटिव हो गए। इसके बाद इस मामले में स्वास्थ्य मंत्रालय को सफाई देनी पड़ी थी।अनिल विज को भारत बायोटेक और ICMR की ओर से विकसित की जा रही 'कोवाक्सीन' की डोज दी गई थी। 

Corona-infected Haryana Anil Vij deteriorated, Shifted from PGI Rohtak | कोरोना संक्रमित हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की तबीयत बिगड़ी, पीजीआई रोहतक से मेदांता किए गए शिफ्ट

कोरोना संक्रमित हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की तबीयत बिगड़ी, पीजीआई रोहतक से मेदांता किए गए शिफ्ट

Highlightsहरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज की तबियत कोरोना संक्रमित होने से ज्यादा बिगड़ गई है।उन्हें मंगलवार को पीजीआई रोहतक से गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल शिफ्ट किया गया है।

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज की तबियत कोरोना संक्रमित होने से ज्यादा बिगड़ गई है। उन्हें मंगलवार को पीजीआई रोहतक से गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल शिफ्ट किया गया है। इससे पहले अंबाला हॉस्पिटल से उन्हें पीजीआई रोहतक रेफर किया गया था। बताया जा रहा है कि अनिल विज के फेफड़े में इंफेक्शन है। 

बता दें कि 20 नवंबर को अनिल विज ने कोरोना की वैक्सीन 'कोवाक्सीन' की पहली डोज लगवाई थी। 5 दिसंबर को उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि वे वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना पॉजिटिव हो गए। इसके बाद इस मामले में स्वास्थ्य मंत्रालय को सफाई देनी पड़ी थी।अनिल विज को भारत बायोटेक और ICMR की ओर से विकसित की जा रही 'कोवाक्सीन' की डोज दी गई थी। 

भारत बायोटेक ने कहा, कोवैक्सिन है प्रभावी, सुरक्षित

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने पर दवा कंपनी भारत बायोटेक ने शनिवार को कहा कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन- कोवैक्सिन सुरक्षित और प्रभावशाली है। उल्लेखनीय है कि विज ने कोवैक्सिन के तीसरे चरण के परीक्षण में इसकी खुराक ली थी। कोवैक्सिन कोविड-19 की संभावित वैक्सीन है, जिसका विकास भारत बायोटेक, भारतीय चिकित्सा शोध संस्थान (आईसीएमआर) के साथ मिलकर कर रही है।

 दवा कंपनी ने कहा कि वैक्सीन की दो खुराक लेनी जरूरी हैं और इसके असर का मूल्यांकन दोनों खुराक लेने के 14 दिन बाद किया जा सकता है। भारत बायोटेक ने एक बयान में कहा, ‘‘कोवैक्सिन का चिकित्सकीय परीक्षण दो खुराकों पर आधारित है, जो 28 दिनों के अंतराल पर दिए जाते हैं। वैक्सीन के असर का मूल्यांकन भी दूसरी खुराक दिए जाने के 14 दिनों बाद किया जा सकता है।’’ 

Web Title: Corona-infected Haryana Anil Vij deteriorated, Shifted from PGI Rohtak

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