दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर हुई 89, लाडो सराय के दो इलाकों का नाम जोड़ा गया
By अनुराग आनंद | Updated: April 22, 2020 21:35 IST2020-04-22T21:35:37+5:302020-04-22T21:35:37+5:30
दिल्ली में कुल कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 89 हो गया है।

कोरोना वायरस (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। बुधवार के राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के 92 नए मामले सामने आए हैं। इसके अलावा, दिल्ली में एक लोगों की मौत भी हुई है।
यही वजह है कि दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए आज दिल्ली में लाडो सराय के दो इलाके को कंटेनमेंट जोन की लिस्ट में शामिल किया है। इस तरह दिल्ली में कुल कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 89 हो गया है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2248 और एक व्यक्ति की मौत के साथ ही मृतकों की संख्या 48 हुई।
लाडो सराय में दो इलाकों के नाम जुड़ने के बाद राजधानी में कंटेनमेंट ज़ोन की संख्या बढ़कर 89 हो गई है। #COVID19pic.twitter.com/qEBdbq9A5d
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 22, 2020
कोविड-19 से होने वाली मौत का लेखा जोखा रखने के लिए दिल्ली सरकार ने समिति का गठन किया
राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस से प्रतिदिन होने वाली मौतों का लेखा जोखा रखने के लिए दिल्ली सरकार ने तीन सदस्यीय एक समिति का गठन किया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एक आदेश के अनुसार स्वास्थ्य सेवाओं के पूर्व महानिदेशक डॉ. अशोक कुमार समिति की अध्यक्षता करेंगे। समिति शहर के निजी तथा सरकारी अस्पतालों में कोविड-19 से होने वाली हर मौत का विवरण दर्ज करेगी। आदेश में कहा गया, “सभी सरकारी तथा निजी अस्पतालों को कोविड-19 से हुई सभी मौत की सूचना समिति को देने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही मौत के ऑडिट के लिए केस शीट भी देनी होगी।”
दिल्ली से बिहार जा रहे सात मजदूरों को रास्ते में रोककर वापस भेजा
लॉकडाउन (बंद) के बीच साइकिलों पर सवार होकर दिल्ली से बिहार के मोतीहारी जा रहे सात मजदूरों को पुलिस ने एम बी रोड पर रोककर वापस उनके घर भेज दिया। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हर मजदूर को 12 किलो चावल देकर दक्षिणी दिल्ली के दुर्गा विहार में उनके आवास पर भेज दिया गया। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने कहा, ''साईकिल पर सवार सात प्रवासी मजदूरों को एबी रोड पुलिस नाके पर रोका गया। वे बिहार के मोतीहारी जा रहे थे। उन्हें वापस भेज दिया गया।''