मुंबई: महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संकट के बीच शिवसेना सांसद भावना गवली ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने सीएम से यह अपील की है कि वे "हिंदुत्व के पक्ष में बागी विधायकों की मांगों पर विचार करें"। साथ ही इस पत्र में उन्होंने सीएम से कहा है कि वे इन बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई न करें।
बुधवार को शिवसेना ने बागी विधायकों को दल बदल कानून के तहत कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। इन विधायकों को पार्टी की विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने के लिए कहा गया है या फिर दल बदल कानून के तहत कार्रवाई का सामना करने के लिए कहा गया है।
इस पूरे मुद्दे पर सीएम उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव पर उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि शिवसेना और हिंदुत्व एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। दोनों को अलग नहीं किया जा सकता है। विधानसभा में हिंदुत्व की बात करने वाला मैं पहला सीएम था। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि मैं सीएम की कुर्सी छोड़ने के लिए तैयार हूं। उन्होंने कहा कि यदि कोई विधायक मुझे यह कहता है कि हम आपको सीएम नहीं देखना चाहते हैं तो मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार हूं।
आपको बता दें कि बागी विधायकों का आरोप है कि सीएम उद्धव ठाकरे ने बाला साहब ठाकरे के हिंदुत्व से समझौता किया है। शिवसेना से बगावत करने वाले शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने खुद को बाला साहेब ठाकरे का पक्का शिवसैनिक बताया है। उन्होंने कहा कि वे बाला साहेब ठाकरे के हिंदुत्व को आगे बढ़ाएंगे।