कांग्रेस का विधानसभा चुनाव से सबक,लोकसभा चुनाव में जीतने दिल्ली में राहुल के साथ पार्टी नेताओं का मंथन

By अनुराग.श्रीवास्तव@लोकमत.इन | Updated: December 8, 2023 22:26 IST2023-12-08T22:22:30+5:302023-12-08T22:26:58+5:30

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस अब लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटेगी। विधानसभा चुनाव की हार से सबक लेते हुए कांग्रेस लोकसभा चुनाव में कई नए प्रयोग करने की तैयारी में है।

Congress's lesson from assembly elections | कांग्रेस का विधानसभा चुनाव से सबक,लोकसभा चुनाव में जीतने दिल्ली में राहुल के साथ पार्टी नेताओं का मंथन

कांग्रेस का विधानसभा चुनाव से सबक,लोकसभा चुनाव में जीतने दिल्ली में राहुल के साथ पार्टी नेताओं का मंथन

Highlightsएमपी कांग्रेस की विधानसभा चुनाव में हार पर दिल्ली में मंथनखरगे और राहुल के साथ एमपी के नेताओं की बैठकएमपी में सजग विपक्ष की भूमिका निभाएगी कांग्रेस

दिल्ली में कांग्रेस की बैठक

आज दिल्ली में हुई कांग्रेस की बैठक में  तय हुआ कि लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का ऐलान जल्द किया जाएगा।  संगठन के ढांचे को सुधारने के लिए नए सिरे से कवायद होगी। कई विभागों में बदलाव किया जाएगा। संगठन को मैदानी स्तर तक मजबूत करने के लिए अभियान छेड़ा जाएगा। आदिवासी इलाकों में कांग्रेस को मिले मत प्रतिशत पर पार्टी ने संतोष जताया है। लेकिन बाकी सीटों पर वोट घटने पर पार्टी के अंदर चिंता हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रदेश इकाई को निर्देश दिए हैं कि संगठन के ढांचे में बदलाव कर उसे मजबूती देने का काम किया जाए। साथ ही बीजेपी और कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में मिले वोटो पर भी बैठक में समीक्षा की गई। लगभग 8 फ़ीसदी वोटो के अंतर पर बैठक में चिंता जाहिर की गई। इस अंतर को कैसे काम किया जाए, इसको लेकर आने वाले दिनों में रणनीति बनाकर उसे क्रियान्वित करने का काम होगा। 

नेता प्रतिपक्ष चयन के लिए पर्यवेक्षक होगा नियुक्त

 मध्य प्रदेश में विपक्ष का चेहरा कौन होगा। यह कांग्रेस पार्टी अब पर्यवेक्षक नियुक्त कर तय करेगी। बैठक में यह तय हुआ कि विधानसभा में विपक्ष का नेता कौन हो। इसके लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त कर विधायकों से राय ली जाए और उसी के बाद कोई फैसला हो।

 कुल मिलाकर कांग्रेस की बैठक में तय हो गया की कमलनाथ के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में 29 लोकसभा सीटों पर पार्टी आगे बढ़ेगी। हालांकि मध्य प्रदेश की हार का बारीकी से परीक्षण करने के बाद पार्टी आने वाले दिनों में कोई फैसला लेगी। लेकिन फिलहाल कांग्रेस के सामने चुनौती लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की 29 सीटों को लेकर है। और यही वजह है कि अब चुनाव से सबक लेते हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी के फार्मूले को अपनाते हुए कांग्रेस पार्टी पहले उम्मीदवार घोषित करेगी और उसके बाद पार्टी की रीति नीति लेकर जनता के बीच जाएगी।

Web Title: Congress's lesson from assembly elections

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