करारी हार से उबरने के बाद गुजरात में इस मुद्दे को लेकर रुपाणी सरकार को घेरेगी कांग्रेस
By महेश खरे | Published: June 3, 2019 08:06 AM2019-06-03T08:06:08+5:302019-06-03T08:06:08+5:30
लोकसभा चुनाव में करारी हार के शोक से उबरते हुए गुजरात प्रदेश कांग्रेस ने रविवार को सरकार के खिलाफ एक बार फिर जुझारू तेवर दिखाए और मजबूती से जनता के मुद्दों पर आक्रामक रुख अपनाने पर जोर दिया.
गुजरात प्रदेश कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में जहां बजट सत्र में रुपाणी सरकार को फायर सेफ्टी जैसे जनता से जुडे मुद्दों पर घेरने की रणनीति पर मंथन किया. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी का नेतृत्व करते रहें, यह मांग करते हुए बैठक में सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित किया गया.
लोकसभा चुनाव में करारी हार के शोक से उबरते हुए गुजरात प्रदेश कांग्रेस ने रविवार को सरकार के खिलाफ एक बार फिर जुझारू तेवर दिखाए और मजबूती से जनता के मुद्दों पर आक्रामक रुख अपनाने पर जोर दिया. लोकसभा चुनाव के बाद और 5 जून से शुरू हो रहे बजट सत्र की रणनीति पर चर्चा के लिए आयोजित इस बैठक में प्रदेश पदाधिकारी, विधायक, जिला एवं पंचायतों के पदाधिकारियों ने भाग लिया.
बैठक में राहुल गांधी के नेतृत्व पर एक स्वर से विश्वास व्यक्त करते हुए उनसे पद पर बने रहने की मांग की गई. बैठक में राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आक्र ामक तेवर दिखाते हुए फैसला किया गया कि बजट सत्र में पार्टी महंगाई, बेरोजगारी, किसान और युवाओं के मुद्दों को जोर शोर से उठाएगी.
कांग्रेस नेताओं ने बैठक में सूरत में दस दिन पूर्व हुए दिल दहलाने वाले तक्षशिला अग्निकांड में मृत बच्चों के प्रति श्रृद्धांजलि अर्पित करते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की. बैठक में सरकार पर आरोप लगाया कि रु पाणी सरकार अग्निकांड पर लीपापोती करते हुए दोषियों को बचा रही है.
जनता इस अग्निकांड से उद्वेलित है और उसे पीडि़त परिवारों को न्याय दिलाने के लिए धरना, प्रदर्शन का सहारा लेना पड़ रहा है. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा, विधानसभा में विपक्ष के नेता परेश धानानी और भरत सिंह सोलंकी सहित अनेक वरिष्ठ नेता उपस्थित थे.