लखीमपुर मामले में केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर उप्र विधानसभा से कांग्रेस का बहिर्गमन

By भाषा | Updated: December 16, 2021 20:54 IST2021-12-16T20:54:42+5:302021-12-16T20:54:42+5:30

Congress walks out of UP assembly demanding resignation of Union minister in Lakhimpur case | लखीमपुर मामले में केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर उप्र विधानसभा से कांग्रेस का बहिर्गमन

लखीमपुर मामले में केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर उप्र विधानसभा से कांग्रेस का बहिर्गमन

लखनऊ, 16 दिसंबर उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन बृहस्पतिवार को कांग्रेस ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर सदन से लेकर सड़क तक विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी के सदस्यों ने विधानसभा से बहिर्गमन भी किया।

समाजवादी पार्टी ने भी सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए सदन से बहिर्गमन किया।

विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्‍ना ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में कांग्रेस की ओर से चर्चा कराये जाने की मांग का जवाब देते हुए कहा, ''यह योगी आदित्यनाथ की न्यायप्रिय सरकार में ही संभव था कि गृह राज्य मंत्री का बेटा आज जेल में है।''

लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर कांग्रेस ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर चर्चा कराए जाने की मांग की, लेकिन संसदीय कार्य मंत्री के जवाब के बाद विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने मांग अस्वीकार कर दिया जिसके बाद कांग्रेस सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।

बृहस्पतिवार को सदन में कार्य स्थगन (विधानसभा की कार्यवाही रोककर विषय पर चर्चा कराने की प्रक्रिया) के तहत कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा ने राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का हवाला देकर तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया क्षेत्र में हुई हिंसा का मामला उठाया।

उन्होंने आरोप लगाया कि तिकुनिया में प्रदर्शन कर रहे चार किसानों और एक पत्रकार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ने वाहन से कुचल दिया। मिश्रा ने कहा कि पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा को 48 घंटे तक हिरासत में रखा गया।

उन्‍होंने यह भी दावा किया कि विशेष जांच दल (एसआईटी) ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया है कि घटना जानबूझ कर की गई थी। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को बचाने का कार्य किया। उन्‍होंने मंत्री की बर्खास्तगी और मृत किसानों के परिवार के सदस्यों को नौकरी और मुआवजा देने की मांग करते हुए सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराये जाने की मांग की।

संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्‍ना ने कहा कि जो विषय सदन में उठाया गया है वह अदालत में लंबित है और उसकी चर्चा सदन में नहीं की जा सकती है। हालांकि उन्‍होंने यह भी कहा कि इस मामले में सरकार ने तत्परता से कार्रवाई की।

गौरतलब है कि तीन अक्टूबर को तिकुनिया में किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में चार किसानों, एक पत्रकार समेत आठ लोग मारे गये थे जिसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा समेत दर्जनभर से ज्यादा लोगों को आरोपी बनाया गया और सभी आरोपी जिला कारागार में निरुद्ध हैं।

इससे पहले, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग को लेकर कांग्रेस नेताओं ने बृहस्पतिवार को विधान भवन परिसर में प्रदर्शन किया।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा के नेतृत्व में पार्टी के विधायकों और नेताओं ने हजरतगंज जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा से विधानसभा तक पैदल जुलूस निकाला। विधानसभा के मुख्य द्वार पर कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा के मुख्य द्वार पर धरना दिया और नारेबाजी की। लल्लू ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार किसान विरोधी है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बचा रहे हैं।

विधानसभा में कार्यस्थगन के तहत नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर किसानों के उत्पीड़न का आरोप लगाया। सपा सदस्यों के चर्चा कराए जाने की मांग अस्वीकृत होने के बाद पार्टी के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।

इससे पहले कार्यस्थगन के तहत सदन में समाजवादी पार्टी के सदस्य प्रभु नारायण यादव ने कहा कि पांच दिसंबर को चंदौली में उप जिलाधिकारी की मौजूदगी में पुलिस उपाधीक्षक ने उनके और सपा कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार किया। नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने मामले पर बल देते हुए कहा कि यह घटना अशोभनीय है। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्‍ना ने प्रतिवाद किया लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले की जांच कराने का सरकार को निर्देश दिया।

बहुजन समाज पार्टी के दल नेता उमाशंकर सिंह ने कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली की मांग करते हुए सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराने पर बल दिया।

समाजवादी पार्टी के सदस्य नरेंद्र वर्मा ने बेरोजगारों द्वारा कैंडल मार्च निकाले जाने के दौरान लाठीचार्ज कराने का आरोप लगाया। खन्‍ना ने अध्‍यापक पात्रता परीक्षा का पेपर लीक होने पर सरकार द्वारा की गई कार्रवाई का ब्यौरा दिया।

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