कांग्रेस ने मणिपुर हिंसा पर पीएम मोदी की खामोशी को लिया निशाने पर, जयराम रमेश ने अमित शाह को बताया 'असरहीन'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: June 26, 2023 10:49 IST2023-06-26T10:45:59+5:302023-06-26T10:49:42+5:30
मणिपुर हिंसा पर कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खामोशी को बेहद चिंताजनक बताते हुए गृहमंत्री अमित शाह द्वारा किये जा रहे शांति प्रयासों को खारिज करते हुए उन्हें 'असरहीन' करार दिया है।

कांग्रेस ने मणिपुर हिंसा पर पीएम मोदी की खामोशी को लिया निशाने पर, जयराम रमेश ने अमित शाह को बताया 'असरहीन'
दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खामोशी को बेहद चिंता का विषय बताते हुए गृहमंत्री अमित शाह द्वारा किये जा रहे शांति प्रयासों को खारिज करते हुए उन्हें 'असरहीन' करार दिया है। देश की सबसे बड़ी विपक्षी दल कांग्रेस की यह टिप्पणी उस वक्त में आयी है, जब मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने हिंसा में जल रहे मणिपुर की मौजूदा स्थिति के विषय में गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की।
गृहमंत्री शाह और मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की यह मुलाकात मणिपुर हिंसा पर गृहमंत्री द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के बाद हुई, जिसमें कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार से मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को पद से हटाये जाने की मांग की थी। समाचार वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार गृहमंत्री अमित शाह द्वारा मणिपुर संकट पर चर्चा के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के बाद राज्य के हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। लेकिन प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने केंद्र द्वारा मणिपुर में किये जा रहे शांति प्रयासों को नाकाफी बताते हुए एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को घेरा है।
इस संबंध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी के संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह हिंसा के हालात को संभाल पाने में पूरी तरह से फेल रहे हैं। बीते एक महीने से हो रही हिंसा से साफ है कि उनकी अगुवाई में मणिपुर में शांति बहाली के सारे प्रयास बेमानी होंगे। इसलिए केंद्र सरकार उन्हें फौरन हटाये और नये मुख्यमंत्री की नियुक्ति करे।
जयराम रमेश के मणिपुर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह ने इस विषय में सीधे गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि अमित शाह की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक महज एक "दिखावा" थी क्योंकि बतौर कांग्रेस प्रतिनिधि बैठक में उन्हें अपनी बात रखने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया गया।
वहीं जयराम रमेश ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह बेहद आश्चर्यजनक है कि मणिपुर बीते एक महीने से जल रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खामोश हैं। इसके साथ ही रमेश ने गृहमंत्री अमित शाह को भी घेरते हुए उन्हें असरहीन और मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को अक्षम बताया।
उन्होंने कहा, “बीरेन सिंह के मुख्यमंत्री पद पर बने रहने से सूबे का केवल नुकसान हुआ। न तो मणिपुर में शांति आ सकी और न ही अशांत लोगों के साथ प्रशासन सुलह प्रक्रिया को आगे बढ़ा सका। उनका मुख्यमंत्री पद पर बने रहना संदेह से परे है। मणिपुर सीएम को तुरंत बदला जाना चाहिए और बिना किसी भेदभाव के सभी सशस्त्र समूहों को सख्ती से खत्म करके जनता के बीच विश्वास, सद्भाव और सुलह का माहौल बनाने का प्रयास करना चाहिए।"