CWC meet to Bihar: नीतीश को ‘मेंटली रिटायर्ड’ समझ चुकी भाजपा?, सीडब्ल्यूसी बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- वोट चोरी कर सरकार बना रहे पीएम मोदी
By एस पी सिन्हा | Updated: September 24, 2025 15:09 IST2025-09-24T15:08:22+5:302025-09-24T15:09:39+5:30
Congress takes CWC meet to Bihar: कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारी मुसीबतें नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार की नाकामी और कूटनीतिक विफलता का नतीजा है।

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पटनाः बिहार की राजधानी पटना स्थित कांग्रेस प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम आजादी के बाद पहली बार बुधवार को कांग्रेस कार्य समिति(सीडब्ल्यूसी) की बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और सीडब्ल्यूसी के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए। हालांकि पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, सांसद प्रियंका गांधी बैठक में शामिल नहीं हुई। वहीं बैठक में उन राज्यों के मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, राज्य अध्यक्ष और कई पूर्व केंद्रीय मंत्री भी मौजूद थे, जहां कांग्रेस की सरकार है। राहुल गांधी की अध्यक्षता में शुरू हुई बैठक की शुरुआत कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संबोधन से हुई। खड़गे ने अपने संबोधन में एसआईआर और चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बिहार के पुनर्निर्माण का बिगुल यहीं से फूंकना चाहती है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारी मुसीबतें नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार की नाकामी और कूटनीतिक विफलता का नतीजा है। प्रधानमंत्री जिनको “मेरे दोस्त” बताकर ढिंढोरा पीटते हैं, वही दोस्त आज भारत को अनेकों संकट में डाल रहे हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार और राज्य की एनडीए सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव केवल एक राज्य का चुनाव नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए निर्णायक मोड़ साबित होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि देश में लोकतंत्र पर सीधा हमला हो रहा है और मतदाता सूची से बड़े पैमाने पर नाम हटाए जा रहे हैं,
खासकर दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक और गरीब तबकों के। वोट की चोरी का मतलब है गरीब की पेंशन, स्कॉलरशिप और राशन की चोरी। खड़गे ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठते हैं, तो आयोग जवाब देने के बजाय विपक्ष से हलफनामे मांग रहा है।
उन्होंने एनडीए में अंदरूनी कलह को खुलकर सामने लाते हुए कहा कि भाजपा अब नीतीश कुमार को बोझ मानने लगी है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा नीतीश को ‘मेंटली रिटायर्ड’ समझ चुकी है। खड़गे ने बेरोजगारी और किसान आंदोलन का मुद्दा प्रमुखता से उठाते हुए कहा कि मोदी सरकार युवाओं को रोजगार देने में पूरी तरह नाकाम रही है।
2 करोड़ नौकरियों का वादा अधूरा है, जबकि बिहार में बेरोजगारी दर 15 फीसदी से ऊपर पहुंच चुकी है। किसानों की आय दोगुनी करने का वादा भी अधूरा रहा। 2020-21 के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में 750 से अधिक किसानों की जान गई। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार की तर्ज पर पूरे देश में लाखों वोटरों के नाम काटे जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वोट चोरी का मतलब है गरीब, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक और वंचित तबकों के अधिकारों की चोरी। खड़गे ने कहा कि नोटबंदी और गलत जीएसटी ने देश की अर्थव्यवस्था को पटरी से उतार दिया। लाखों युवा रोजगार के बिना भटक रहे हैं। 8 साल बाद सरकार को अपनी गलती का एहसास हुआ और अब वही सुधार किए जा रहे हैं, जिनकी मांग कांग्रेस ने शुरू से की थी।
खड़गे ने बिहार की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को लेकर राज्य और केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि "डबल इंजन सरकार" का दावा खोखला साबित हुआ है। ना तो किसानों को राहत मिली, ना बेरोजगारों को रोजगार, और ना ही बाढ़ प्रबंधन में कोई सुधार हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की चीनी मिलों के पुनरुद्धार का वादा प्रधानमंत्री मोदी ने किया था,
लेकिन आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। कांग्रेस अध्यक्ष ने जाति जनगणना और आरक्षण के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया और प्रधानमंत्री से सवाल किया कि जब कांग्रेस सरकार ने 30 साल पहले तमिलनाडु के 69 फीसदी आरक्षण को संवैधानिक सुरक्षा दी थी, तो बिहार के 65 फीसदी आरक्षण को आज तक संवैधानिक दर्जा क्यों नहीं मिला?
अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बात करते हुए खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री जिन नेताओं को ‘मित्र’ बताते हैं, वही आज भारत के हितों के खिलाफ काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि चीन से आयात पिछले पांच सालों में दोगुना हो गया है, जबकि ‘स्वदेशी’ की बात केवल दिखावा रह गया है। खड़गे ने सरकार पर आर्थिक मोर्चे पर विफलता का आरोप लगाते हुए कहा कि 2 करोड़ नौकरियों का वादा अधूरा है,
ग्रामीण उपभोग 50 वर्षों में सबसे निचले स्तर पर है और अमीर-गरीब के बीच की खाई तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने जीएसटी और नोटबंदी को देश की अर्थव्यवस्था को पटरी से उतारने वाला कदम बताया। उन्होंने कहा कि बिहार की ऐतिहासिक धरती से आज हम लोकतंत्र और संविधान को बचाने की प्रतिज्ञा दोहराते हैं।
कांग्रेस पार्टी गठबंधन के साथ मिलकर बिहार को रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुशासन देने के लिए कटिबद्ध है।” उन्होंने जोर देते हुए कहा कि 2025 का विधानसभा चुनाव मोदी सरकार की उलटी गिनती की शुरुआत होगी। बिहार एक बार फिर राष्ट्रीय राजनीति की दिशा तय करेगा।
खड़गे ने इस दौरान कहा कि उनकी पार्टी अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर बिहार के लोगों को रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय और सुशासन देगी। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता लंबे समय से ‘स्वर्णिम बिहार’ का सपना देख रही है और कांग्रेस इस सपने को पूरा करने में मदद करेगी। उन्होंने दावा किया कि यह चुनाव मोदी सरकार के “भ्रष्ट शासन की उलटी गिनती और अंत की शुरुआत” करेगा।
उनके इस बयान से साफ है कि कांग्रेस बिहार चुनाव को सिर्फ एक राज्य का चुनाव नहीं बल्कि राष्ट्रीय राजनीति की दिशा तय करने वाला एक अहम मोड़ मान रही है। खड़गे ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि सदाकत आश्रम स्वाधीनता आंदोलन का केंद्र बिंदु था। 1921 में स्थापित कांग्रेस का यह ऐतिहासिक दफ्तर कांग्रेस पार्टी के अनेकों महान नेताओं की कर्मस्थली रहा है।
पटना में हो रही सीडब्ल्यूसी की यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण है। हम ऐसे समय में मिल रहे हैं, जबकि, अन्तराष्ट्रीय और राष्ट्रीय, दोनो स्तरों पर भारत एक बेहद चुनौतीपूर्ण और चिंताजनक दौर से गुजर रहा है। हम लोकतंत्र की जननी बिहार में अपनी विस्तारित सीडब्ल्यूसी की बैठक आयोजित करके इस देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाए रखने के अपनी प्रतिज्ञा को पुनः दोहराएं।
खड़गे ने कहा कि ठीक 85 साल पहले रामगढ़ एआईसीसी सेशन में पहली बार संविधान सभा का प्रस्ताव आया था। महात्मा गांधी, पं. नेहरू, सरदार पटेल, डा. अम्बेडकर एवं संविधान सभा के सदस्यों ने मिलकर देश के नागरिकों 'एक व्यक्ति-एक वोट' का अधिकार दिया।
खड़गे ने कहा कि महात्मा गांधी का 100 साल पुराना दिया गया ‘स्वदेशी का मंत्र’ जिसे कांग्रेस ने अंग्रेज़ों को परास्त करने के लिए इस्तेमाल किया, मोदी जी को आज याद रहा है। दूसरी तरफ चीन के लिए रेड कारपेट सरेआम बिछाए जाते हैं। पिछले 5 वर्षों में चीन से हमारे आयात दो गुना बढ़ गया है। आज हमारा देश कई समस्याओं से जूझ रहा है।




