रक्षा ऑडिट रिपोर्ट ऑनलाइन उपलब्ध नहीं कराने वाले पूर्व कैग महर्षि के बयान को कांग्रेस ने बताया अजीब
By भाषा | Published: August 10, 2020 01:29 AM2020-08-10T01:29:50+5:302020-08-10T01:29:50+5:30
कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा, ‘‘कैग एक उच्च संवैधानिक प्राधिकार है और इसलिए मुझे कठोर शब्दों का इस्तेमाल करने में संकोच हो रहा है।’’
नयी दिल्ली।कांग्रेस ने पिछले सप्ताह भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के रूप में अपना कार्यकाल समाप्त करने वाले राजीव महर्षि के उन बयानों को ‘बहुत अजीब’ और ‘हैरानी वाला’ बताया कि रक्षा ऑडिट रिपोर्ट इसलिए ऑनलाइन उपलब्ध नहीं कराई गयीं क्योंकि ये पाकिस्तान या चीन को आसानी से उपलब्ध नहीं हो जानी चाहिए।
कांग्रेस ने यह भी कहा कि क्या पहले के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षकों ने रिपोर्ट अपलोड करके राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता किया। कैग के रूप में महर्षि का कार्यकाल शुक्रवार को समाप्त हुआ। अंग्रेजी के दो प्रमुख अखबारों ने उनके हवाले से लिखा है कि यह निर्णय लिया गया कि पड़ोसी देशों से तनाव के मद्देनजर कुछ रक्षा रिपोर्ट और भविष्य में भी कोई रक्षा संबंधी ऑडिट रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की जाएगी।
महर्षि के हवाले से कहा गया, ‘‘हम संसद और लोक लेखा समिति के समक्ष अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं लेकिन यह पाकिस्तान या चीन को आसानी से उपलब्ध नहीं हो जानी चाहिए।’’
इस बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा, ‘‘कैग एक उच्च संवैधानिक प्राधिकार है और इसलिए मुझे कठोर शब्दों का इस्तेमाल करने में संकोच हो रहा है।’’ उन्होंने महर्षि की टिप्पणी को बहुत ‘अजीब, हैरान और स्तब्ध करने’ वाली बताया।