नई दिल्ली: कांग्रेस ने सवाल किया कि 'देश नहीं बिकने दूंगा' की बात करने वाले मुनाफे में चल रही भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) को क्यों बेच रहे हैं. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ''बीपीसीएल ने दिसंबर में 2051.53 करोड़ रुपए का मुनाफा सरकार को दिया.
इसके बावजूद नरेंद्र मोदी सरकार ने इसमें अपनी 53 फीसदी की सारी हिस्सेदारी बेचने के लिए निविदा मांगी हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या यह भी क्रोनी पूंजीवादी मित्रों से किया चुनावी वादा है. दअरसल, सरकार ने देश में सबसे बड़ी निजीकरण पहल के तहत शनिवार को दूसरी सबसे बड़ी तेल रिफाइनरी कंपनी बीपीसीएल में अपनी पूरी 52.98 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए बोलियां आमंत्रित की है.
निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएएम) के बोली दस्तावेज के मुताबिक, बीपीसीएल की रणनीतिक बिक्री के लिए 2 मई तक रुचि पत्र सौंपे जा सकते हैं.