कांग्रेस ने पहलगाम हमले पर पारित किया प्रस्ताव, कहा- 'पाकिस्तान को सबक सिखाने का समय है'
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 2, 2025 22:43 IST2025-05-02T22:40:12+5:302025-05-02T22:43:44+5:30
कांग्रेस ने राष्ट्रीय एकता और दृढ़ संकल्प का आह्वान करते हुए देश के सबसे अधिक सुरक्षा वाले क्षेत्रों में से एक में सुरक्षा और खुफिया जानकारी में ‘गंभीर चूक’ के लिए ‘समयबद्ध जवाबदेही’ तय करने की जरूरत को भी रेखांकित किया।

कांग्रेस ने पहलगाम हमले पर पारित किया प्रस्ताव, कहा- 'पाकिस्तान को सबक सिखाने का समय है'
नई दिल्ली: कांग्रेस ने पहलगाम हमले की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को केंद्र से पाकिस्तान को लगातार आतंक का निर्यात करने के लिए दंडित करने के वास्ते दृढ़ता से काम करने का आग्रह किया और कहा कि यह एक राष्ट्र के रूप में ‘पाकिस्तान को सबक सिखाने’ के लिए हमारी सामूहिक इच्छाशक्ति दिखाने का समय है।
कांग्रेस ने राष्ट्रीय एकता और दृढ़ संकल्प का आह्वान करते हुए देश के सबसे अधिक सुरक्षा वाले क्षेत्रों में से एक में सुरक्षा और खुफिया जानकारी में ‘गंभीर चूक’ के लिए ‘समयबद्ध जवाबदेही’ तय करने की जरूरत को भी रेखांकित किया।
विपक्षी दल ने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) द्वारा पारित एक प्रस्ताव में ये बातें कहीं। सीडब्ल्यूसी की अध्यक्षता पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने की, जिसमें पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी तथा महासचिव जयराम रमेश, के सी वेणुगोपाल और प्रियंका गांधी वाद्रा सहित अन्य लोग शामिल हुए।
प्रस्ताव में कहा गया, ‘‘यह एक राष्ट्र के रूप में पाकिस्तान को सबक सिखाने और आतंकवाद पर निर्णायक रूप से अंकुश लगाने के लिए हमारी सामूहिक इच्छाशक्ति को प्रदर्शित करने का समय है। इस कायरतापूर्ण हमले के सरगना और अपराधियों को उनके किए की गए अपराध की सजा मिलनी चाहिए।’’
प्रस्ताव के अनुसार, कांग्रेस ने सरकार से आग्रह किया कि वह हमारे क्षेत्र में लगातार आतंकवाद का निर्यात करने वाले पाकिस्तान को अलग-थलग करने और दंडित करने के लिए दृढ़ता, रणनीतिक स्पष्टता और अंतरराष्ट्रीय समन्वय के साथ कार्य करे। प्रस्ताव में कहा गया, ‘‘हमें पक्षपातपूर्ण विभाजन से ऊपर उठना चाहिए और एक स्पष्ट संदेश देना चाहिए कि भारत एकजुट है, और टूटेगा नहीं।’’
सीडब्ल्यूसी में पारित प्रस्ताव में कहा गया, ‘‘पूरा देश जवाबदेही, जवाबों और न्याय का इंतजार कर रहा है। इस तरह के अक्षम्य उकसावे की स्थिति में, कांग्रेस का मानना है कि यह राजनीति का समय नहीं है, बल्कि एकता, शक्ति और राष्ट्रीय संकल्प का समय है।’’
कांग्रेस ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले के पीड़ितों के परिवारों को निरंतर नैतिक और संस्थागत समर्थन देने का भी आह्वान किया। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।
पार्टी ने कहा, ‘‘केवल मुआवजा पर्याप्त नहीं है। दीर्घकालिक पुनर्वास, मानसिक स्वास्थ्य सहायता और जान गंवाने वाले लोगों की स्मृतियों को राष्ट्रीय मान्यता तथा नागरिकों के बीच स्मरण के माध्यम से सम्मानित करना भी उतना ही आवश्यक है।’’ कांग्रेस ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति उन 26 परिवारों के साथ एकजुटता और समर्थन में खड़ी है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।
पार्टी के अनुसार, ‘‘इन परिवारों का दर्द पूरे देश का दर्द है। सीडब्ल्यूसी उनके साथ खड़ी है, न केवल शब्दों में बल्कि स्थायी रूप से एकजुटता दिखाते हुए।’’ सीडब्ल्यूसी ने सभी नागरिकों से एकजुट, शांत और दृढ़ रहने की अपनी अपील भी दोहराई।
पार्टी ने कहा, ‘‘आतंकवाद के इस कृत्य के प्रति हमारी प्रतिक्रिया हमारे लोकतंत्र की ताकत, हमारी एकता की गहराई और हमारे गणतंत्र के जुझारूपन को दर्शाने वाली होनी चाहिए।’’
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार पहलगाम नरसंहार से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए कोई स्पष्ट रणनीति लेकर सामने नहीं आई है। हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस मुद्दे पर पूरा विपक्ष केंद्र के साथ है।
खरगे ने पिछली कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में केंद्र को हरसंभव सहयोग देने का पार्टी द्वारा आश्वासन दिए जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि आतंकवादी हमले के कई दिनों बाद भी सरकार की ओर से कोई स्पष्ट रणनीति सामने नहीं आई है।
पार्टी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘देश की एकता, अखंडता और समृद्धि के रास्ते में आने वाली किसी भी चुनौती के खिलाफ हम एकजुट होकर और सख्ती से काम करेंगे। इस मुद्दे पर पूरा विपक्ष सरकार के साथ है। हमने पूरी दुनिया को यह संदेश दिया है।’’
खबर - भाषा एजेंसी