पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान के अब सिर्फ तीन दिन ही बचे हैं। इसको लेकर सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा और कांग्रेस की ओर से प्रचार के लिए कई राज्यों के नेताओं को उतार रखा है। इसी कड़ी में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट भी रविवार को पटना पहुंचे। पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सचिन पायलट ने महागठबंधन की सरकार बनने का दावा किया तो एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता के लालच में लाचार बताते हुए आरोप लगाया कि बिहार में नीतीश कुमार दिल्ली के दबाव में सरकार चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में बदलाव की सुगबुगाहट आज सुनामी में बदल चुकी है। काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। उन्होंने कहा कि महागठबंधन अपनी संकल्प शक्ति से अपने वादे पूरे करेगा। हम पेपर लीक रोकेंगे। अपने वादे पर खरा उतरेंगे। अच्छे बहुमत के साथ 14 तारीख को हम लोग सरकार बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार फेल है। भले ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। पायलट ने कहा कि उम्मीद नहीं थी कि वे सत्ता के लालच में इतने लाचार हो जाएंगे। ये सच है कि उनके लिए कुर्सी का मोह और सत्ता का लालच बिहार के लोगों से ऊपर है। उन्होंने कहा कि आज बिहार में जो बदलाव का माहौल है, वह चरम सीमा पर पहुंच गया है। बिहार के लोग अब बदलाव चाहते हैं। वे केवल सत्ता परिवर्तन नहीं, व्यवस्था परिवर्तन चाहते हैं। जिस प्रकार का शासन बिहार में है, वह असफल हो गया है।
पीएम मोदी के बिहार दौरे पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि इससे पहले वे बिहार आए हैं, उनमें से कितने वादे पूरे हुए हैं? सचिन पायलट ने कहा कि ये बड़े दुख की बात है कि बिहार में सबसे ज्यादा पलायन होता है और सबसे ज्यादा शिक्षित बेरोजगार हैं। लोगों के भविष्य को बदलने के लिए यह सरकार बदलना जरूरी है।
सचिन पायलट से जब महागठबंधन में कई सीटों पर हो रही फ्रेंडली फाइट को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कई बार ऐसी स्थिति बन जाती है। यह एक पार्टी की बात नहीं है। उन्होंने कहा कि फ्रेंडली फाइट में कोई दुश्मन नहीं होता है। कोई भी जीते पर साथ रहेंगे।