कांग्रेस सांसद ने असम में टीका लगावा चुके यात्रियों की कोविड जांच रोकने की अपील की
By भाषा | Updated: August 17, 2021 13:58 IST2021-08-17T13:58:50+5:302021-08-17T13:58:50+5:30

कांग्रेस सांसद ने असम में टीका लगावा चुके यात्रियों की कोविड जांच रोकने की अपील की
राज्यसभा के एक सदस्य ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूरी तरह टीका लगवा चुके लोगों की असम में कोविड-19 जांच रोकने की अपील करते हुए कहा कि यह कदम महज ‘‘संसाधनों की बर्बादी’’ और ‘‘लोगों का उत्पीड़न’’ है तथा इससे टीकाकरण कार्यक्रम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो सकते हैं। कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा ने यह भी कहा कि पूरी तरह टीका लगवा चुके यात्रियों के असम आने पर रैपिड एंटीजन और आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य रूप से कराकर राज्य सरकार विरोधाभासी नीति अपना रही है। बोरा ने कहा कि प्रधानमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इस पर जोर देते रहे हैं कि कोविड-19 रोधी टीके की दूसरी खुराक लेने वाले लोग इस संक्रमण से लगभग पूरी तरह सुरक्षित हो गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन असम में इसके विपरीत राज्य सरकार इस संबंध में विरोधाभासी नीति अपना रही है।’’ सांसद ने कहा कि टीके की दोनों खुराक ले चुके सभी यात्रियों को असम आने पर सभी हवाईअड्डों, रेलवे स्टेशनों पर रैपिड एंटीजन और आरटी-पीसीआर जांच करानी होती है जो ‘‘समय, संसाधन और कार्य बल की बर्बादी तथा साथ ही उत्पीड़न है।’’ उन्होंने मोदी को लिखे पत्र में कहा, ‘‘इसे देखते हुए मैं आपसे मामले में हस्तक्षेप करने और असम के माननीय मुख्यमंत्री को टीके की दोनों खुराक ले चुके लोगों की जांच करके ऐसी बर्बादी को रोकने की सलाह देने का अनुरोध करता हूं।
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