नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे आरपीएन सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफे की कॉपी ट्विटर पर भी साझा की है। उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनाव से ठीक पहले आरपीएन सिंह का कांग्रेस छोड़ना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार वह आज भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
आरपीएन सिंह ने ट्विटर अकाउंट में दी गई अपने बारे में जानकारी में भी बदलाव किया। उन्होंने अपने बायो में से कांग्रेस को हटाते हुए लिखा, 'मेरा लक्ष्य भारत, पहला और हमेशा।'
कुछ देर बाद ही आरपीएन सिंह वह पत्र साझा किया, जिसे उन्होंने सोनिया गांधी को इस्तीफे के लिए भेजा है। इस्तीफे की कॉपी की तस्वीर शेयर करते हुए आरपीएन सिंह ने लिखा, 'आज जब पूरा राष्ट्र गणतंत्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनैतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूँ। जय हिंद।'
स्वामी प्रसाद मौर्य का जवाब तलाश लिया भाजपा ने?
सूत्रों के हवाले से सामने आई जानकारी के मुताबिक आरपीएन सिंह आज दोपहर बाद तीन बजे भाजपा में शामिल हो सकते हैं। माना जा रहा है कि उन्हें बीजेपी यूपी चुनाव में कुशीनगर के पडरौना से बतौर उम्मीदवार उतार सकती है। ऐसे में वह स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं।
मौर्य कुछ दिन पहले ही भाजपा छोड़ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। आरपीएन सिंह ओबीसी सैंथवार-कुर्मी से आते हैं और पूर्वांचल में इस जाति की अच्छी-खासी तादाद है। पूर्वांचल के हिस्सों में आरपीएन सिंह की पकड़ मजबूत मानी जाती है।
पडरौना से तीन बार विधायक रहे हैं आरपीएन सिंह
आरपीएन सिंह तीन बार (1996, 2002 और 2007) पडरौना से विधायक रहे हैं। वह 2009 में सांसद के रूप में कुशीनगर से चुने गए थे लेकिन 2014 में उन्हें हार मिली थी। वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य को पिछले दो विधानसभा चुनाव में पडरौना सीट से जीत हासिल हुई। पहले वे बसपा उम्मीदवार और फिर भाजपा के उम्मीदवार के रूप में पडरौना से चुनाव जीतने में सफल रहे थे।
कुशीनगर के शाही सैंथवार परिवार के सदस्य आरपीएन सिंह के पिता कुंवर चंद्र प्रताप नारायण भी एक बार विधायक और दो बार सांसद रह चुके थे। साल 1980 में इंदिरा गांधी सरकार में पिता मंत्री भी रहे थे।
आरपीएन कांग्रेस की स्टार कैंपेनर की लिस्ट में थे शामिल
कांग्रेस की ओर से सोमवार को ही यूपी के पहले चरण के मतदान के लिए स्टार कैंपेनर्स की लिस्ट जारी की गई थी। इससें आरपीएन सिंह का भी नाम शामिल था। साथ ही सचिन पायलट, कन्हैया, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, गुलाम नबी आजाद जैसे नाम भी शामिल थे।
यूपी में इस बार 7 चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। पहले चरम की वोटिंग 10 फरवरी को जबकि आखिरी चरण का मतदान 7 मार्च को है। चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे। आरपीएन सिंह से पहले पिछले साल जितिन प्रसाद भी कांग्रेस से अलग होकर भाजपा में शामिल हुए थे। बाद में उन्हें योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री भी बनाया गया था।