मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं के बीच आपसी कलह रूकने का नाम ही नहीं ले रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा कमलनाथ सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने की बात कहे जाने के बाद ना सिर्फ सीएम कमलनाथ ने बल्कि कांग्रेस पार्टी के कई बड़े नेताओं ने अपना बयान इस मामले में दिया है।
अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने इस मामले में कहा है कि वचन पत्र एक साल के लिए नहीं पांच साल के लिए होता है, 1.25 साल हुए हैं। इस समय में कई वादे कमलनाथ जी ने पूरे किए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में कोई किसी के खिलाफ नहीं है। ज्योतिरादित्य जी किसी के खिलाफ नहीं हैं। हमारी पार्टी में सब एक हैं।
दरअसल, सिंधिया ने गुरुवार को कहा था कि यदि मध्य प्रदेश में सरकार पार्टी के घोषणापत्र को पूरा लागू नहीं करती है तो वह सड़कों पर उतरेंगे। इस मामले में एक सवाल के जवाब में आज प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने कहा कि उन्हें सड़क पर उतरना है तो उतर जाएं।
बता दें कि सिंधिया ने कहा था कि दिल्ली चुनाव में पार्टी की हार के बाद सोच बदलने की भी जरूरत बताई। संत रविदास जयंती के अवसर पर जिले में कुडीला गांव में एक सभा को सम्बोधित करते हुए सिंधिया ने कहा, ‘‘ मेरे अतिथि शिक्षकों को मैं कहना चाहता हूं। आपकी मांग मैंने चुनाव के पहले भी सुनी थीं। मैंने आपकी आवाज उठाई थी और ये विश्वास मैं आपको दिलाना चाहता हूं कि आपकी मांग जो हमारी सरकार के घोषणापत्र में अंकित है वो घोषणापत्र हमारे लिए हमारा ग्रंथ है।’’
उन्होंने अतिथि शिक्षकों को सब्र रखने की सलाह देते हुए कहा, ‘‘अगर उस घोषणापत्र का एक-एक अंग पूरा न हुआ तो अपने को सड़क पर अकेले मत समझना। आपके साथ सड़क पर ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उतरेगा। सरकार अभी बनी है, एक वर्ष हुआ है।
थोड़ा सब्र हमारे शिक्षकों को रखना होगा। बारी हमारी आयेगी, ये विश्वास, मैं आपको दिलाता हूं और अगर बारी न आये तो चिंता मत करो, आपकी ढाल भी मैं बनूंगा और आपका तलवार भी मैं बनूंगा।’’
इससे पहले सिंधिया ने जिले के पृथ्वीपुर में संवाददाताओं से कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की पराजय दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि देश बदल रहा है इसी तरह लोगों की सोच भी बदल रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें (कांग्रेस) बदलना होगा और लोगों के बीच नए दृष्टिकोण के साथ पहुंचना होगा।’’