सरकार की आर्थिक नीतियों पर हमले तेज करने में जुटी कांग्रेस, सोनिया आज वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर बनाएंगी रणनीति
By शीलेष शर्मा | Updated: September 12, 2019 05:44 IST2019-09-12T05:44:32+5:302019-09-12T05:44:32+5:30
सोनिया एक दिन पहले राकांपा प्रमुख शरद पवार के साथ लगभग 20 मिनट की चर्चा में अन्य मुद्दों के अलावा सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने की रणनीति बनाने पर चर्चा कर चुकी हैं.

सिंघवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाते हुए सवाल किया कि वह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पीछे क्यों छिप रहे है.
कांग्रेस सरकार की आर्थिक नीतियों को लेकर हमले तेज करने की रणनीति बनाने में जुटी है. सूत्रों के बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से गुरुवार को बुलाई गई पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में अन्य मुद्दों के साथ हमले की रणनीति पर विचार होगा.
सोनिया एक दिन पहले राकांपा प्रमुख शरद पवार के साथ लगभग 20 मिनट की चर्चा में अन्य मुद्दों के अलावा सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने की रणनीति बनाने पर चर्चा कर चुकी हैं. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने इसकी पुष्टि की. उन्होंने सरकार की आर्थिक नीतियों को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के उस बयान की तीखी आलोचना की जिसमें उन्होंने ऑटो इंडस्ट्रीज में आई गिरावट के लिए ओला-उबर को जिम्मेदार ठहराया था.
उन्होंने सीतारमण पर कटाक्ष करते हुए 10 सवाल दागे. उन्होंने पूछा कि लोग किराये का घर खोजते हैं, क्या इससे रियल एस्टेट के क्षेत्र में गिरावट आ रही है. 30 मुख्य शहरों में 13 लाख मकान बिकने को तैयार हैं, लेकिन खरीददार नहीं है. सिंघवी ने पूछा कि राजकोषीय घाटे का कारण क्या व्यय खर्च है, सीएजी की गणना के अनुसार राजकोषीय घाटा 5.85 फीसदी है, लेकिन सरकार इसे महज 3.46 फीसदी बता रही है.
क्या पारिवारिक व्यवसायों की वृद्धि के कारण रोजगार कम हो रहे है. अकेले कृषि क्षेत्र में 2.5 करोड़ रुपए की गिरावट आई है. रुपया कमजोर हो रहा है क्या इसलिए कि अमेरिका मजबूत हो रहा है.
क्या रेटिंग एजेंसियां गलत काम कर रही हैं इसलिए रेटिंग कम आ रही है. उन्होंने पूछा कि क्या साहूकार और ब्याज पर पैसा देने वाले अच्छा धंधा कर रहे हैं इसलिए एफडीआई में 7 फीसदी की गिरावट आई है.
PM मोदी पर साधा निशाना
सिंघवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाते हुए सवाल किया कि वह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पीछे क्यों छिप रहे है. वह क्यों नहीं बताते हैं कि देश में क्या हो रहा है और ऑटो उद्योग में आई गिरावट से उबरने के लिए उनकी सरकार ने क्या कदम उठाए हैं.