राहुल के लौटते ही नये अध्यक्ष को लेकर कांग्रेस में सुगबुगाहट!
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 28, 2019 07:42 AM2019-07-28T07:42:27+5:302019-07-28T07:42:27+5:30
पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र भी लिखा है जिसमें प्रियंका को अध्यक्ष बनाये जाने की वकालत की गयी है. हालांकि प्रियंका गांधी अध्यक्ष बनने के लिए तैयार नहीं है बावजूद इसके इन नेताओं का दबाव बदस्तूर जारी है.
राहुल गांधी के स्वदेश लौटते ही कांग्रेस में नये अध्यक्ष को लेकर सुगबुगाहट शुरु हो गई है. उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार कांग्रेस नेताओं का एक बड़ा वर्ग सोनिया गांधी पर इस बात के लिए दबाव बना रहा है कि नये अध्यक्ष का पद प्रियंका गांधी को सौंप दिया जाए.
सूत्र बताते है कि पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र भी लिखा है जिसमें प्रियंका को अध्यक्ष बनाये जाने की वकालत की गयी है. हालांकि प्रियंका गांधी अध्यक्ष बनने के लिए तैयार नहीं है बावजूद इसके इन नेताओं का दबाव बदस्तूर जारी है. इनमें पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंदर सिंह का नाम शामिल है. इसके अलावा युवा नेताओं की ओर से भी प्रियंका को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपने की वकालत की जा रही है.
जबकि दूसरी ओर पार्टी के ही कुछ वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी को यह समझाने में जुटे है कि प्रियंका गांधी को इस समय अध्यक्ष पद सौंपना पार्टी के हित में नहीं होगा. सूत्रों ने दावा किया कि जिन नेताओं ने सोनिया को यह दलील दी उनका तर्क है कि प्रियंका को अध्यक्ष बनाते ही भाजपा और मोदी सरकार रॉबर्ट वाड्रा पर अपना शिंकजा कसना शुरु कर देगी और उसकी कोशिश होगी कि प्रियंका की छवि को धूमिल किया जाए. इन नेताओं ने सोनिया को यह भी सुझाव दिया कि यदि प्रियंका को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी जानी है तो यह लोकसभा चुनाव से कुछ समय पहले ही सौंपी जानी चाहिए.
परस्पर विरोधी सुझावों के कारण सोनिया गांधी यह तय नहीं कर पा रही है कि नया अध्यक्ष किसे बनाया जाए. पार्टी सूत्र बताते है कि राहुल के स्वदेश लौटने के बाद शुरु हुई चर्चा में इस मुद्दे पर नये सिरे से विचार शुरु किया जा रहा है हालांकि राहुल इस मामले में अपनी कोई राय देने के लिए तैयार नहीं हो रहे है. जो नेता गांधी परिवार से बाहर से अध्यक्ष बनाने की वकालत कर रहे है उनमें जयराम रमेश, अहमद पटेल, आनंद शर्मा सहित दूसरे नाम शामिल है.
माना जा रहा है कि सोनिया गांधी का इशारा मिलते ही पार्टी के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल कार्यसमिति बुलाने का निर्णय करेगें जिसमें इस मुद्दे पर विचार होगा. क्योंकि पार्टी अध्यक्ष न होने के कारण पार्टी में अनेक महत्वपूर्ण फैसले अधर में लटके हुए है हालांकि के.सी. वेणुगोपाल ने दलील दी की कि राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकश जरुर की है लेकिन कार्यसमिति नेअभी उसे स्वीकर नहीं किया है और जब तक इस्तीफा स्वीकार नहीं होता तब तक राहुल ही पार्टी के अध्यक्ष है.