लाइव न्यूज़ :

तीनों सेनाओं में अपनी सेवा देने वाले कर्नल पृथपाल सिंह गिल 100 साल के हुए

By भाषा | Updated: December 12, 2020 16:19 IST

Open in App

चंडीगढ़, 12 दिसंबर द्वितीय विश्वयुद्ध के वयोवृद्ध सैनिक और तीनों सेनाओं (थल,जल और वायु) में अपनी सेवा देने का अनोखा कीर्तिमान स्थापित करने वाले कर्नल (अवकाशप्राप्त) पृथपाल सिंह गिल शुक्रवार को 100 साल के हो गए जिसके बाद विभिन्न वर्गों से उनको बधाई देने का तांता लगा हुआ है।

भारतीय सेना में अपनी सेवा देने के दौरान कर्नल गिल 34 मीडियम रेजीमेंट में रहे और बाद में पदोन्नति के साथ 71 मीडियम रेजीमेंट का नेतृत्व किया।

गिल के जन्मदिन के अवसर पर 71 मीडियम रेजीमेंट ने शुक्रवार को उनके जम्मू-कश्मीर के राजौरी स्थित आवास पर केक, ट्रॉफी, ट्रैकसूट और टीशर्ट भेजा। बता दें कि वर्ष 1965 में पाकिस्तान के साथ युद्ध के दौरान गिल 71 मीडियम रेजीमेंट के कमांडिंग ऑफिसर थे।

उनकी बहू हरप्रीत कौर ने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को फोन पर बताया कि गिल ने अपने तीन दशक के करियर में रॉयल इंडियन एयरफोर्स, रॉयल इंडियन नेवी और इंडियन आर्मी में सेवा देने का अनोखा कीर्तिमान बनाया है।

उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी की वजह से गिल का जन्मदिन परिवार के सदस्यों और कुछ दोस्तों के साथ मनाया गया।

उल्लेखनीय है कि गिल के बेटे अजय पाल सिंह पेशे से डॉक्टर हैं जबकि पोता वकील है। कर्नल गिल की पत्नी परमिंदर कौर 93 वर्ष की हैं और इस महीने के आखिर में वह शादी की 70वीं सालगिरह मनाएंगे।

हरप्रीत कौर से पूछा गया कि कर्नल गिल ने कैसे अपना जन्मदिन मनाया तो उन्होंने बताया, ‘‘वह कल सुबह रेजीमेंट (71वीं) द्वारा भेजी गई ट्रॉफी, ट्रैक सूट और टी शर्ट के साथ बहुत खुश थे। वह ट्रॉफी के साथ तस्वीर खिंचवाते वक्त बहुत उत्साहित थे।’’

उन्होंने बताया, ‘‘सेना के कई अधिकारियों ने उन्हें 100वें जन्मदिन की बधाई दी। सेना द्वारा केक, फूल और उपहार भेजे गए। यहां तक कि जिस बैंक में उनका पेंशन खाता है वहां से भी उनकी तस्वीर को फ्रेम कर उपहार स्वरूप भेंट किया गया। बैंक के वरिष्ठ अधिकारी स्वयं यह उपहार देने आए थे।’’

कौर ने बताया कि स्वयं सेना के पूर्व अधिकारी रहे पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी उन्हें बधाई दी। बाद में मुख्यमंत्री ने ट्वीट करके भी गिल को बधाई दी।

गौरतलब है कि कर्नल गिल ने लाहौर के गवर्मेंट कॉलेज से स्नातक किया और बाद में लाहौर के ही वाल्टन एयरोड्रम से विमान चालक का प्रशिक्षण प्राप्त किया और वर्ष 1942 में रॉयल इंडियन एयरफोर्स में भर्ती हुए।

कौर ने बताया कि गिल के पिता मेजर हरपाल सिंह गिल और परिवार के दबाव में उन्होंने वायुसेना छोड़ दी और बाद में नौसेना में भर्ती हो गए और आजादी के बाद वह भारतीय थल सेना में शामिल हुए।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

पूजा पाठPanchang 11 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 11 December 2025: आज इन 5 राशियों का फूटेगा भाग्य, कम मेहनत के बावजूद मिलेगी सफलता

भारतउत्तर और दक्षिण भारत के मध्य एकता के सेतु सुब्रमण्यम भारती

क्राइम अलर्टGoa Nightclub Fire: भगोड़े अपराधियों को वापस लाना आसान नहीं

कारोबार31 दिसंबर से पहले इन कामों को जरूर कर लें पूरा, वरना दोबारा नहीं मिलेगा मौका

भारत अधिक खबरें

भारतक्या होता है मास्क्ड आधार कार्ड? जानें क्या है इसका फायदा और डाउनलोड करने का तरीका

भारतFIH Men's Junior World Cup: जर्मनी ने गोल्ड पर किया कब्जा, स्पेन के पास रजत और भारत ने जीता कांस्य

भारतगोवा अग्निकांड: गौरव और सौरभ लूथरा का पासपोर्ट रद्द करने पर विचार कर रहा विदेश मंत्रालय, गोवा सरकार ने पत्र दिया?

भारतपीएम मोदी से मिले राहुल गांधी?, मुख्य सूचना आयुक्त और 8 सूचना आयुक्तों के चयन पर बैठक, कांग्रेस सांसद ने असहमति पत्र दिया

भारतइजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने पीएम मोदी को किया फोन?, गाजा शांति योजना पर बातचीत