गर्मी का मौसम आने से पहले ही पानी की किल्लत न हो और प्रदेश की जनता का हलक न सूखे इसके लिए राजस्थान की नई नवेली सरकार योजना बनाने पर विचार कर रही है। इस संबंध में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
सीएम गहलोत ने पेयजल की मांग के अनुसार, आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर व्यक्ति को पीने के लिए स्वच्छ पानी की कमी नहीं हो। यह सुनिश्चित करने के लिए अधिकारी संवेदनशील रहकर एडवांस प्लानिंग के साथ काम करें।
सीएम गहलोत ने यह बात मुख्यमंत्री कार्यालय में पानी की आपूर्ति को लेकर समीक्षा बैठक में कही। मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर में आवश्यकतानुसार नये ट्यूबवेल और हैंडपम्प की खुदाई के लिए योजना तैयार कर उसका अनुमोदन समय से पहले ही करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों की मांग के आधार पर बिना किसी राजनीतिक भेदभाव से इसकी स्वीकृति दें। उन्होंने जिला कलेक्टरों को भी पानी की आपूर्ति के लिए आकस्मिक निधि से जरूरत पड़ने पर तुरंत स्वीकृतियां जारी करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा सूबे की राजधानी जयपुर शहर के लिए आगामी वर्षों की पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था पर भी विचार किया और अधिकारियों को योजनाएं बनाने के लिए कहा।
बैठक में बताया गया कि जयपुर में आगामी गर्मियों के लिए समुचित पानी की व्यवस्था की जा रही है। गांवों सहित सभी क्षे़त्रों के लिए नए ट्यूबवैल और हैंडपम्प खुदवाकर एवं बड़े रूप में रिपेयर करवाकर और टैंकरों से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही क्षतिग्रस्त पाइपलाइनों को भी ठीक करवाया जा रहा है। इसके लिए समुचित राशि उपलब्ध है।