JNU की छात्राओं से यौन उत्पीड़न मामले ने पकड़ा तूल, पुलिस और छात्रों के बीच झड़प
By रामदीप मिश्रा | Updated: March 19, 2018 20:40 IST2018-03-19T20:30:47+5:302018-03-19T20:40:12+5:30
JNU के प्रोफेसर अतुल जौहरी पर छात्राओं को छेड़ने का आरोप लगा है। इस संबंध में पुलिस ने केस दर्ज किया है और पुलिस मामले की जांच में जुट हुई है।

JNU की छात्राओं से यौन उत्पीड़न मामले ने पकड़ा तूल, पुलिस और छात्रों के बीच झड़प
नई दिल्ली, 19 मार्चः जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज के एक प्रोफेसर पर छात्राओं के यौन उत्पीड़न का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। सोमवार देर शाम को इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। प्रोफेसर की गिरफ्तार की मांग कर रहे छात्र वसंत कुंज पुलिस स्टेशन तक पहुंच गए और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
Clash broke out between police & students of Jawaharlal National University (JNU) in front of Vasant Kunj Police Station where the students were protesting against a professor who allegedly sexually harassed students in class #Delhipic.twitter.com/vrSOBocfGr
— ANI (@ANI) March 19, 2018
दरअसल, प्रोफेसर अतुल जौहरी पर छात्राओं को छेड़ने का आरोप लगा है। इस संबंध में पुलिस ने केस दर्ज किया है और पुलिस मामले की जांच में जुट हुई है। अतुल जौहरी साइंस के प्रोफेसर हैं और उन पर आरोप है कि वह कक्षा में पढ़ाते समय अश्लील बातें और छात्राओं के साथ छेड़खानी करते हैं। इसको लेकर पिछले कई दिनों से छात्राएं प्रदर्शन करती आ रही हैं।
प्रोफेसर से परेशान छात्राएं वसंत कुंज नार्थ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवा चुकी हैं और पुलिस ने अतुल के खिलाफ आईपीसी की धारा 354 और 509 के साथ केस दर्ज किया है और पूरे मामले की जांच कर रही है। वहीं, छात्राएं शनिवार को दिल्ली महिला आयोग का रुख कर चुकी हैं।
आरोपी प्रोफेसर यूनिवर्सिटी के दो प्रशासनिक पदों से नैतिक आधार पर इस्तीफा दे चुका है। ये पद मानव संसाधन विकास केंद्र (एचआरडीसी) और इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल (आईक्यूएसी) थे। हालांकि उन्होंने दावा किया कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निहित स्वार्थ वाले कुछ छात्रों का एक प्रायोजित कदम है।
छात्र संघ की अध्यक्ष गीता कुमारी का कहना था कि प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है, लेकिन उनके खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वह जेएनयू परिसर में मिली सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। जेएनयू प्रशासन ने उन्हें उनके अकादमिक दायित्वों से भी मुक्त नहीं किया है। गीता ने दावा किया कि अब तक नौ छात्राएं उत्पीड़न की रिपोर्ट देने के लिए सामने आई हैं और कई पूर्व छात्राओं ने हमें फोन कर प्रोफेसर के मातहत काम करने के दौरान उनके साथ हुए यौन उत्पीड़न के वाकये बताए हैं।